भोपाल: विदेश में फरारी काट रहे माफिया सरगना और आतंकवादी दाऊद इब्राहिम का करीबी सहयोगी इकबाल मिर्ची मर चुका है. लेकिन उसकी संपत्ति भोपाल में भी जब्त कर ली जाएगी. जिला प्रशासन ने इसके लिए तैयारी शुरु कर दी है. 


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जानकारी जुटा रहा है प्रशासन
भोपाल का जिला प्रशासन माफिया सरगना इकबाल मिर्ची की संपत्तियों के बारे में जानकारी इकट्टा करनी शुरु कर दी है. ये संपत्तियां मिर्ची और उसके परिजनों के नाम पर है. दरअसल मध्य प्रदेश में भू माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत भोपाल जिला प्रशासन ने कागजों की पड़ताल करने के साथ साथ लोगों से पूछताछ भी शुरु कर दी है.


 


10 जगहों पर है मिर्ची की प्रॉपर्टी
प्रशासन को जानकारी मिली है कि भोपाल में इकबाल मिर्ची और उसके परिजनों के नाम पर भोपाल में 10 जगहों पर संपत्तियां हैं. भोपाल के आस पास भी उसकी कई संपत्तियां हैं. इकबाल मिर्ची के नाम से एक दोमंजिला इमारत भोपाल के सबसे पॉश श्यामला हिल्स इलाके में बनी हुई है. 


मर चुका है इकबाल मिर्ची
दाऊद के दाहिने हाथ के तौर पर पहचाने जाने वाले इकबाल मिर्ची की 15 अगस्त 2013 को ही मौत हो गई थी. लेकिन उसने फिरौती और हत्या जैसे अपराधों से जो संपत्ति बनाई, वह उसके परिचितों और रिश्तेदारों के नाम पर महफूज है. जिसके बल पर वो ऐश काट रहे हैं. लेकिन अब इकबाल मिर्ची की संपत्तियों पर प्रशासन की नजर पड़ गई है. 


इकबाल मिर्ची पर मुंबई में हत्या, हत्या की कोशिश, अवैध वसूली और ड्रग तस्करी के कई मामले दर्ज हैं. अमेरिका ने भी इकबाल मिर्ची को 2004 में 10 खतरनाक नशीले पदार्थों के तस्करों में शामिल किया था. भारत ने ब्रिटेन से इकबाल मिर्ची का प्रत्यर्पण करवा कर भारत लाने की कोशिश की थी लेकिन वो नामंजूर हो गई थी. हालांकि इकबाल मिर्ची की 2013 में लंदन के पास मौत हो गई थी.



इकबाल मिर्ची मुंबई बम धमाकों के बाद 1995 में दुबई भाग गया था. 


मिर्ची की संपत्तियों पर ईडी की भी है नजर
 इकबाल मिर्ची  की संपत्तियों पर ईडी की भी निगाह है. ED ने इकबाल मिर्ची की देश और विदेश में करोड़ों की बेनामी संपत्ति का पता लगाया है. इस मामले में ED ने इकबाल मिर्ची के दो खास लोगों हारुन युसुफ और रंजीत सिंह बिंद्रा को गिरफ्तार भी किया है. 


इकबाल मिर्ची ने गैरकानूनी तरीकों से करोड़ों की दौलत कमा रखी थी. जिसको शुरुआत में SAFEMA (Smugglers and Foreign Exchange Manipulators act) के तहत अटैच किया गया था. लेकिन, इकबाल मिर्ची के वकीलों ने दस्तावेजों में हेर-फेर करके सभी संपत्तियों को छुड़ा लिया था. 


बाद ED ने इस मामले को लेकर PMLA, मनी लॉड्रिंग का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी और मुंबई और बेंगलुरु में 11 जगहों पर छापेमारी की. इस छापेमारी में काफी सारे दस्तावेज, डिजिटल एविडेंस, ई-मेल बरामद की और 18 लोगों के बयान भी दर्ज किए. 


जिसके बाद से इकबाल मिर्ची की सभी संपत्तियां जांच एजेन्सियों के निशाने पर हैं. 


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