मुबंई: प्रवर्तन निदेशालय ने गैंगस्टर इकबाल मिर्ची पर मनी लॉन्ड्रिंग कानून यानी कि PMLA के तहत चार्जशीट दायर कर लिया है. अब इसका मतलब है कि दाउद इब्राहिम के नजीदीकी पर कोर्ट में मामला चलेगा. सबूतों के अदालत के सामने पेश किए जाने के बाद कोर्ट प्रॉपर्टी को निलाम किए जाने से लेकर सील कर देने तक का फैसला सुना सकती है.
इससे पहले एक स्पेशल पीएमएलए कोर्ट ने 30 नवंबर को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार हारून युसूफ और हुमायूं मर्चेंट की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था. उन्हें ईडी ने पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया है.
Enforcement Directorate (ED) submits Chargesheet in Prevention of Money Laundering Act (PMLA) special court in gangster Iqbal Mirchi case. pic.twitter.com/Vxbehi18pc
— ANI (@ANI) December 9, 2019
ईडी को मिले हैं टेरर फाइनेंसिंग से जुड़े कुछ अहम सुराग
इससे पहले कोर्ट के जमानत याचिका खारिज करने से पहले ईडी ने अदालत के सामने यह कहा था कि मामला बहुत गंभीर है. प्रवर्तन निदेशालय को छानबीन के दौरान कुछ ऐसे सुराग मिले हैं जो इस बात की ओर इशारा करता है कि यह मामला संगठित रूप से अपराध को बढ़ावा देने के लिहाज से और उससे पैसे बनाने से जुड़ा हुआ लग रहा है.
मामले के तार आतंकी संगठनों को टेरर फाइनेंस देने से लेकर नार्कोटिक्स और ड्रग्स के कालाबाजारी तक जुड़े हुए लग रहे हैं.
पूछताछ में नपने वाले हैं कई बिजनेस टायकून
इस मामले के तार विदेशों से जुड़े हुए हो सकते हैं, ऐसा ईडी को अंदेशा है. अभी तक इस पूरे मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हुई थी और 15 से अधिक लोगों को शक के घेरे में रखा गया है. पिछले दिनों इस केस से संबंधित बिजनेस टायकून व अदाकारा शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा से भी पूछताछ की गई थी. हालांकि, उनके खिलाफ किसी भी तरह का कोई सुराग नहीं मिला, इस वजह से उन्हें फिलहाल इस मामले से अलग रखा गया है.
इकबाल मिर्ची की ओर से डील करने वाली महिला गिरफ्तार
इसके अलावा ईडी ने अपनी छानबीन के दौरान एक 45 वर्षीय महिला रिंकू देशपांडे को भी गिरफ्तार किया था. प्रवर्तन निदेशालय ने यह कहा कि वह महिला पूछताछ में बाधा पहुंचा रहीं थीं. रिंकू देशपांडे जो कि एक टेक्सटाइल उद्योग और रियल इस्टेट व्यवसायी हैं.
उन्होंने वर्ली में केस से जुड़े इमारत को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी. ईडी ने यह जानकारी दी थी कि रिंकू देशपांडे ने तीनों प्रॉपर्टी को खरीदने के लिए इकबाल मिर्ची की ओर से डील की थी और अब जबकि सबूत मिले हैं तो वह इसके पीछे की जानकारी साझा नहीं कर रही हैं.
साफ्मा के तहत मिर्ची की प्रॉपर्टी को किया जाएगा नीलाम
पिछले दिनों वित्तीय विभाग ने ईडी के जांच के दौरान ही इकबाल मिर्ची के आवास को बेचने के आदेश दे दिए थे. नीलामी की जिम्मेदारी Safema ( Smugglers and foreign exchange manipulators act) को सौंपी गई थी. साफ्मा अधिकारियों ने प्रॉपर्टी की कीमत को कम से कम 3.45 करोड़ तय किया था.
यह मुबंई में जुहू तारा रोड के पास में है. मिर्ची गैंगस्टर दाउद इब्राहिम का खासमखास माना जाता है जो मुंबई में उसके सारे कालाबाजारियों की देखरेख करता था. फिर चाहे वह ड्रग्स का कारोबार हो या बेटिंग से लेकर रियल इस्टेट का काम, सब इकबाल मिर्ची के हवाले से ही चलता था.