ब्रिटिश नहीं, बहादुर भारतीय सैनिकों के नाम पर हो सड़कों-इमारतों का नामः राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डिफेंस एस्टेट्स डायरेक्टेट के 96वें स्थापना दिवस के मौके पर हुए आयोजन के दौरान ये बड़ा ऐलान किया.
नई दिल्लीः देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) के निधन के बाद दिल्ली के अकबर रोड का नाम उनके नाम पर रखने की मांग के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने मंत्रालय से ब्रिटिश अधिकारियों के नाम वाली सड़कों पर विचार के लिए कहा. साथ ही कहा कि सड़कों-भवनों के नाम भारतीय सैनिकों के नाम पर होने चाहिए.
मंत्रालय से विचार करने के लिए कहा
दरअसल, रक्षा मंत्री डिफेंस एस्टेट्स डायरेक्टेट के 96वें स्थापना दिवस के मौके पर हुए आयोजन में शामिल हुए थे. इस दौरान अधिकारियों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में भी छावनियों में ऐसी कई सड़कें और इमारतें हैं, जिनका नाम ब्रिटिश क्राउन के प्रति वफादार ब्रिटिश अधिकारियों और सैनिकों के नाम पर है. मंत्रालय और डीजीडी इस बात पर विचार करें कि ऐसी सभी सड़कों और भवनों का नाम हमारे बहादुर सैनिकों और आधुनिक भारत के निर्माताओं के नाम पर होना चाहिए.
इतिहास से न हो छेड़छाड़ः राजनाथ
उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण करने वाले बहादुर सैनिकों और दिग्गज लोगों के नाम पर कैंट और सैन्य छावनियों में सड़कों और इमारतों के नाम होने चाहिए. हालांकि, रक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि सड़क इत्यादि के नाम बदलने के दौरान इतिहास से किसी तरह छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. साथ ही जिन ब्रिटिश अधिकारियों और सैनिकों ने देश के लोगों की भलाई के लिए सराहनीय कार्य किया है, उनके नाम नहीं बदलने चाहिए, ताकि आने वाले पीढ़ी उनके योगदान को याद रखे.
अपने संबोधन के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान छावनी परिषद की ओर से किए गए कार्यों की जमकर सराहना की. उन्होंने कहा कि देश के सभी कैंट महामारी की तीसरी लहर से भी लड़ने के लिए तैयार हैं. इस दौरान रक्षा मंत्री ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए अलग-अलग कैंटोनमेंट बोर्ड को सम्मानित किया.
दिल्ली कैंट को मिला सबसे स्वच्छ छावनी का अवॉर्ड
दिल्ली कैंट को सभी 62 छावनियों में सबसे स्वच्छ होने के लिए रक्षा मंत्री अवॉर्ड दिया गया. अगर देश में कैंटोनमेंट बोर्ड की बात करें तो फिलहाल उनकी संख्या 62 है और ये रक्षा संपदा महानिदेशालय के अधीन है. आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प CDS के पद के सृजन, डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स की स्थापना के साथ सशस्त्र बलों को सुदृढ़ और सशक्त बनाने का होना चाहिए. स्थापना दिवस के मौके पर डीजी, डिफेंस एस्टेट्स, अजय कुमार शर्मा और रक्षा सचिव अजय कुमार भी मौजूद रहे
बता दें कि देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद से ही दिल्ली के अकबर रोड का नाम बदलकर उनके नाम पर रखने की मांग की जा रही है. इसके लिए दिल्ली नगर निगम परिषद के एक सदस्य गिरीश सचदेवा ने काउंसिल की बैठक के लिए यह प्रस्ताव भी भेज दिया है. यह बैठक 22 दिसंबर को होने वाली है, जिसमें इस प्रस्ताव पर निर्णय लिया जाएगा. दिल्ली भाजपा के मीडिया हेड नवीन कुमार ने ये भी मांग उठाई है.
पूर्व में भाजपा नेता और कार्यकर्ता ब्रिटिश अधिकारियों और मुगल शासकों के नाम पर बनी सड़कों और इमारतों के नाम बदलने की मांग करते रहे हैं.
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