नई दिल्ली: मंगलवार को आतंक के संक्रमण के खिलाफ मंगल-मंगल करने वाली जानकारी सामने आई. जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह के मुताबिक मंगलवार को शोपियां में तीन आतंकी मारे गये. इनमें से एक हिज्बुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर है.


कश्मीर में अजय पंडिता की हत्या का बदला पूरा 


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एक शहीद पिता की बेटी के आंसूओं का बदला आज पूरा हो गया है. कश्मीर में हिज्बुल के जिन आतंकियों ने सरपंच अजय पंडिता की हत्या की थी. उन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया. शोपियां में तीन आतंकी मारे गये. इनमें से हिज्बुल मुजाहिदीन का वहीं कमांडर मौत के घाट उतारा गया, जिसने सरपंच अजय पंडिता की हत्या की थी.


सेना का संदेश, 'संक्रमण' का अंत जरूरी'


सेना और सुरक्षाबलों का ये स्पष्ट संदेश है कि आतंकवाद के संक्रमण का अंत जरूरी है. अनंतनाग में आतंकियों ने जब सरपंच अजय पंडिता की हत्या की थी उस वक्त उनकी निडर बेटी शीन पंडिता ने आतंकियों की गोली और दहशत फैलाने की साजिश के आगे हार मानने से इंकार कर दिया था. पिता की बहादुर और हिम्मती बेटी के ये तेवर ही आतंकियों को हराने के लिए काफी रहे.


पाकिस्तान शुरू से ही कश्मीर में निहत्थे लोगों को निशाना बनाता रहा है. पाकिस्तान के आतंकवादी घाटी में हमेशा मानवता के खिलाफ काम करते रहे हैं. लेकिन पाकिस्तान में बैठे आतंकी आकाओं को भी माफ नहीं किया जाएगा.


कब होगी कश्मीरी पंडितों के घर वापसी?


30 साल पहले कश्मीर में जो हुआ उसे कश्मीरी पंडित तो कभी नहीं ही भूला सकेंगे. अब वक्त आ गया है की कश्मीर पंडित अपनी ज़मीन पर लौटें और आतंक और आतंकियों से आंख में आंख डाल कर कह दें की जो सारे का सारा है वो कश्मीर हमारा है. जिस आतंकवाद की वजह से कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में अपने घर छोड़कर जाना पड़ा उस आतंकवाद पर सेना अब निर्णायक प्रहार कर रही है.


शोपियां में 10 दिन में 17 आतंकी मारे गये


जिस शोपियां को कश्मीर में आतंक का गढ़ कहा जाता था. वहां बीते कुछ समय से आतंक का नाम ओ निशान मिटाने का अभियान चल रहा है. सुरक्षाबलों का ध्यान इस वक्त सबसे ज्यादा कश्मीर के शोपियां पर है. शोपियां में बीते 10 दिनों में 17 आतंकियों का एनकाउंटर हो चुका है.


7 जून को 5 आतंकी मारे गये. 8 जून को 4 आतंकियों को जहन्नुम भेजा गया. 10 जून को 5 आतंकी और मंगलवार की सुबह तीन आतंकियों को मार गिराया गया. अगर आप पूरे कश्मीर की बात करें तो कश्मीर में 10 दिन में 19 आतंकियों का एनकाउंटर हो चुका है. इनमें शोपियां में 17 आतंकियों को मारा गिराया. और दो आतंकी कुलगाम में मारे गये थे.


इस दौरान मारे गये आतंकियों में से ज्यादातर हिज्बुल मुजाहिदीन के थे, जितने टॉप कमांडर मारे गये हैं उनमें से ज्यादा हिज्बुल मुजाहिदीन के थे. यानी हिज्बुल मुजाहिदीन के चीफ आतंकी सैयद सलाहुद्दीन के लिए बड़ा सदमा है.


कश्मीर में आतंक पर पूर्ण विराम की तैयारी


भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का संपूर्ण विनाश के लिए ऑपरेशन चला रही है. जम्मू-कश्मीर के कुलगाम, शोपियां, पुलवामा जैसे इलाकों में भारतीय सेना स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर अभियान चला रही है और आतंकियों के मंसूबों को नाकाम कर रही है. पिछले 18 दिन में 30 से ज्यादा आतंकवादी मारे जा चुके हैं.


आपको जानकारी दे दें कि बीते अप्रैल के महीने में सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने मिलकर आतंक के खिलाफ कुल 11 ऑपरेशन चलाए, जिसमें 30 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार कर जहन्नुम भेजा गया. आतंक का अंत होने तक ऑपरेशन जारी रहेगा.


2014 से अब तक आतंकियों का ख़ात्मा जिस तरीके से हुआ है उससे ये स्पष्ट है की अब कश्मीर में आतंक का काउंटडाउन तेजी के साथ चल रहा है.


2014- 110 आतंकी मारे गए
2015- 108 आतंकी गिराए गए
2016- 150 आतंकी ढेर किए गए
2017- 213 मारे गए 
2018- 257 आतंकी गिराए गए
2019- 157 आतंकी गिराए गए
2020- अब तक 95 आतंकी मारे जा चुके


आतंकी कमांडरों के मारे जाने से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और इसलिए लगाकार सीजफायर तोड़ रहा है. पिछले साल  2019 में 3168 बार सीजफायर तोड़ा जबकि इस साल जून का महीना भी पूरा नहीं हुआ है और 2030 बार सीजाफायर तोड़ चुका है. भारतीय सेना पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दे रही है.


पाकिस्तान की साजिश कश्मीर में IED एक्सपर्ट आतंकियों की घुसपैठ कराकर पुलवामा जैसे हमले को अंजाम देने की है. लेकिन पाकिस्तान की ये कोशिश बार बार नाकाम की जा रही है. पिछले महीने ही पुलवामा में एक गाड़ी में IED प्लांट किया गया था, जिसे सुरक्षाबलों ने ट्रैक किया और वक्त रहते ही इसे निष्क्रिय कर दिया. गाड़ी में 40 से 45 किलो IED था। सुरक्षा बलों ने इस IED को धमाके से उड़ा दिया था.


3 दिन पहले ही बांदीपुरा श्रीनगर हाईवे के पास नदीहाल के पास सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी को एक सिलेंडर में तार बंधा हुआ दिखाई दिया था. शक होने पर तुरंत गाड़ियों की आवाजाही रोक कर IED को निष्क्रिय किया गया. सुरक्षा बलों के काफिल के गुजरने से पहले आतंकियों ने IED को इस जगह पर लगाया था.


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पाकिस्तान में बैठ आतंकी और आतंकियों के आका समझ लें की अब कश्मीर में घुसपैठ करने वाले LoC पर ही मार गिराए जाएंगे और जो कश्मीर में घुस जाएंगे वो भी जिंदा नहीं रह पाएंगे।


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