नई दिल्लीः 'मुझे सनातन धर्म बचपन से आकर्षित करता रहा है. क्योंकि इस धर्म में महिलाओं को बहुत सम्मान दी जाती है. साथ ही मुझे सभी हिंदू त्योहार बचपन से ही अच्छे लगते हैं.' दरअसल, ये बयान मेरे अपने नहीं हैं, बल्कि ये बयान मध्य प्रदेश के खंडवा में महादेव गढ़ शिव मंदिर में अपने प्रेमी से शादी करने के बाद इस्लाम को छोड़कर सनातन धर्म को अपनाने वाली रूबीना का है.
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के रहने वाले हैं युवक और युवती
रूबीना और प्रतीक सोलंकी दोनों मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के रहने वाले हैं. दोनों के बीच बहुत पहले से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. रूबीना और प्रतीक दोनों एक-दूसरे से शादी भी करना चाहते थे. इसके लिए प्रतीक के घर वाले, तो तैयार थे लेकिन रूबीना के घर वाले इस शादी के लिए हामी नहीं भर रहे थे.
महादेव गढ़ शिव मंदिर में शादी करने का लिया फैसला
इसके बाद दोनों प्रेमियों ने खंडवा में स्थित महादेव गढ़ शिव मंदिर में शादी करने का फैसला लिया. शादी में प्रतीक के घर के सभी सदस्य मौजूद रहें, लेकिन रूबीना की ओर से कोई नहीं आया. इस दौरान शादी से पहले रूबीना ने सनातन धर्म को अपनाया और वो रूबीना से रक्षा बन गई.
'लंबे समय से प्रतीक के साथ थी रिलेशनशिप में'
इस पूरे मामले पर रूबीना ने कहा, 'मैं लंबे समय से प्रतीक के साथ रिलेशनशिप में थी. मैं और प्रतीक एक-दूसरे से शादी भी करना चाहते थे. मुझे सनातन धर्म काफी पसंद है क्योंकि इस धर्म में महिलाओं को बहुत सम्मान दिया जाता है. मुझे बचपन से ही हिंदू रीति-रिवाज काफी पसंद हैं और सारे त्यौहार भी मुझे काफी पसंद आते हैं.'
'रूबीना का नाम हुआ रक्षा'
वहीं, महादेव गढ़ शिव मंदिर के संरक्षक अशोक पालीवाल ने बताया कि इस मंदिर में रूबीना नाम की एक लड़की ने सनातन धर्म को अपनाकर अपने प्रेमी के साथ शादी की है. सनातन धर्म अपनाने के बाद अब रूबीना का नाम रक्षा हो गया है. रक्षा का कहना है कि सनातन धर्म की खुबियां बचपन से ही उसे आकर्षित करती रही हैं.
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