`तबलीगी जमात के लोग अगर बदतमीजी करें तो उन्हें गोली मारो`
जो कोरोना वायरस बीच में भारत में खत्म होता नजर आ रहा था वो तबलीगी जमात के मरकज के कारण पूरे हिंदुस्तान में फैल गया. इन जाहिलों ने डॉक्टरों पर थूक कर ऐसी शर्मनाक हरकत की है जिससे सभी सच्चे भारतीयों को इन पर गुस्सा आ रहा है.
मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने तबलीगी जमात के लोगों की जाहिल और शर्मनाक हरकत पर बड़ी टिप्पणी की है. शनिवार को उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस बारे में बात की है. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. मरकज में शामिल ऐसे लोगों की बदतमीजी बर्दाश्त करने के काबिल नहीं है इसलिए इनका इलाज करने की जरूरत नहीं है बल्कि इन्हे गोली मार देनी चाहिए.
डॉक्टरों पर थूकने वालों को दी कड़ी चेतावनी
राज ठाकरे ने थूक लगाकर वायरस फैलाने वालों को भी सख्त चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. ऐसे घटिया काम करने वाले ध्यान रखें, लॉकडाउन खत्म होने के बाद हम भी देखेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इन लोगों के लिए एक अलग विभाग बनाया जाना चाहिए या फिर इनका उपचार बंद होना चाहिए. उन्हें लगता है कि ऐसे दिनों मे धर्म देश से भी बड़ा है.
अश्लील हरकत करने वालों पर खुद संज्ञान लें पीएम मोदी
राज ठाकरे ने तबलीगी जमात के जाहिलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह लोग नोट पर थूक लगा रहे हैं. सब्जियों पर थूक लगा रहे हैं. नर्सों के सामने नंगे घूम रहे हैं. ऐसे लोगों का वीडियो वायरल करना चाहिए तब सभी को विश्वास होगा. पीएम मोदी को भी खुद इस पर संज्ञान लेना चाहिए.
राज ठाकरे ने कहा कि मुल्ला और मौलवी कहां हैं? ये लोग लोगों के दिमाग में संदेह पैदा कर रहे हैं यदि कल को कोई पार्टी या सरकार कोई स्टैंड लेती है तो फिर उसे दोष न दें, करेला हमेशा करेला ही रहेगा.
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महाराष्ट्र में भी मरकज करना चाहते थे ये लोग
कोरोना वायरस के संकट के बीच तबलीगी जमात के लोगों ने मरकज में शामिल होकर मुश्किलें बढ़ा दी हैं. महाराष्ट्र सरकार ने पिछले महीने पालघर में तबलीगी जमात को सम्मेलन करने की इजाजत न देकर दिल्ली जैसी तबाही को होने से रोक लिया है. आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि तबलीगी जमात ने जनवरी के महीने में मुंबई से 30 किमी दूर वसई कस्बे के पालघर में 14-15 मार्च को एक दिल्ली जैसा ही सम्मेलन कराने की अनुमति मांगी थी.
गौरतलब है कि तबलीगी जमात का मुख्यालय यूके, यूएस, जर्मनी, नीदरलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया, नाइजीरिया, सूडान और दक्षिण अफ्रीका में रहने वालों को आकर्षित करता है. इस बस्ती में आपको विश्व के कई रूप देखने और सुनने को मिलेंगे. कोई अंग्रेजी, कोई चाइनीज तो कोई फ्रेंच और अरबी में बात करता हुआ मिल जाएगा.
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