कुदरत का `मूड` खराब है! 6.8 की तीव्रता से सुबह-सुबह जम्मू कश्मीर में डोली धरती
देश और दुनियाभर में भूकंप के झटके ने हर किसी को सहमा कर रख दिया है. इस बीच जम्मू कश्मीर में सुबह-सुबह तकरीबन 7 बजे 6.8 की तीव्रता से धरती कांप उठी. लेकिन, ये भूकंप कहीं बड़ी तबाही का रूप न धारण कर ले..
नई दिल्ली: आभास तो यही हो रहा है कि कुदरत का मूड आजकल बिगड़ा हुआ है. जहां एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना वायरस के जंजाल में फंसी हुई है, तो वहीं लगातार आ रहे भूकंप के झटके लोगों में खौफ और दहशत पैदा कर रहे हैं. मंगलवार की सुबह लोग अभी नींद में ही थे कि धरती डोलने लगी.
भूकंप के झटकों से कांपा जम्मू कश्मीर
घड़ी की सुइयों ने सात का कांटा छुआ ही था तभी जम्मू कश्मीर की धरती कांपने लगी. भूकंप के तेज झटकों ने जम्मू कश्मीर के लोगों को हिलाकर रख दिया. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई. भूकंप के झटकों से घबराए लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. जानकारी के अनुसार इस भूकंप का सेंटर पॉइंट तजाकिस्तान के दुसांबे से तकरीबन 341 Km. पूर्व-दक्षिण पूर्व की ओर था.
सोमवार को जम्मू कश्मीर में आया था भूकंप
आपको बता दें, इससे पहले जम्मू-कश्मीर में ही कुछ घंटे पहले ही सोमवार सुबह 4 बजकर 36 मिनट पर भूकंप का झटका महसूस किया गया था. उस वक्त इस भूकंप की तीव्रता 3.2 रिक्टर स्केल मापी गई थी.
9 जून को भी कांपी थी घाटी की धरती
इतना ही नहीं जम्मू-कश्मीर में ही बीते 9 जून को भी सुबह के वक्त ही धरती डोली थी. भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. जानकारी के मुताबिक 9 जून को लोगों ने सुबह-सुबह तकरीबन 8 बजकर 16 मिनट पर भूकंप के झटके को महसूस किया था. उस वक्त इसकी तीव्रता 3.9 दर्ज की गई थी. 9 जून को भूकंप का केंद्र श्रीनगर से 14 किलोमीटर नॉर्थ और गांदरबेल से साउथ-ईस्ट पर 7 किलोमीटर दूर रहा था.
सोमवार को गुजरात में 24 घंटे में 18 झटके
हम यूं ही नहीं कह रहे हैं कि कुदरत का मूड खराब है. ना सिर्फ जम्मू कश्मीर की धरती कांप रही है बल्कि गुजरात में भी धरती लगातार डोल रही है. जिससे लोगों में खौफ और दहशत पसरा हुआ है. गुजरात में 15 मई यानी कुछ घंटे पहले ही 12 बजकर 57 मिनट पर धरती कांप उठी थी. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 मापी गई थी. इन झटकों का केंद्र राजकोट से 83 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम की तरफ रहा.
अधिकारियों के मुताबिक कच्छ में रविवार को आए भूकंप के अगले दिन 18 झटके महसूस किए गए. भूकंप के इन झटकों ने कच्छ के 2001 के भूकंप की यादें ताजा कर दीं. जिससे लोगों में डर का माहौल है.
2 महीने में 14 बार कांपा है दिल्ली-एनसीआर
दो महीने लंबे लॉकडाउन के दौरान दिल्ली-एनसीआर में भी कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. करीब हफ्ते भर के भीतर ही 2.1 रिक्टर स्केल की तीव्रता का भूकंप आया. जिसका केंद्र हरियाणा के गुरुग्राम में बताया गया था. दिल्ली NCR में भूकंप के झटकों की शुरुआत 12 अप्रैल से हुई थी. अब तक अलग-अलग दिन को मिलाकर के तकरीबन 14 बार भूकंप के झटके लग चुके हैं.
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24 घंटे में 163 बार कांपी दुनिया
भूकंप के ये झटके ना सिर्फ भारत को बल्कि पूरी दुनिया को डरा रहे हैं. बीते 24 घंटों में दुनिया के अलग अलग हिस्सों में 163 बार धरती के डोलने की घटना हुई है. इन झटकों की तीव्रता 3 से 4 के बीच दर्ज की गई.
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