नागरिकता कानून के खिलाफ बंगाल में बवाल! भाजपा कार्यालय फूंका
नागरिकता कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल में भी उग्र प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने कई रेलवे स्टेशनों और बसों में तोड़फोड़ और आगजनी की. सबसे ज्यादा हिंसा मुर्शिदाबाद में हुई जहां पर भाजपा के दफ्तर में भी आग लगा दी गई. बीजेपी ने हिंसा के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ बताया है
नई दिल्ली: नागरिकता कानून पर नॉर्थ ईस्ट में हिंसक प्रदर्शनों के बाद पश्चिम बंगाल भी जलता नजर आ रहा है. एक तरफ सीएम ममता बनर्जी ने ऐलान किया है पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होगा, वहीं दूसरी तरफ उपद्रवी अलग अलग शहरों में तोड़फोड़ करते नजर आ रहे हैं.
नागरिकता कानून में बंगाल में बवाल
मुर्शिदाबाद में प्रदर्शनकारियों ने तीन सरकारी बसों में तोड़-फोड़
यात्रियों को जबरन बस से उतारकर एक बस को लगाई आग
बसुदेवपुर हॉल्ट स्टेशन में भी की गई तोड़-फोड़
फरक्का, जंगीपुर और पोरडांगा स्टेशनों पर ट्रेनें रोक दीं और पथराव
संकरेल, नालपुर, मोरीग्राम और बकरनवाबाज़ स्टेशनों पर यातायात ठप
नागरिकता पर बंगाल में भाजपा Vs TMC
पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत हुई है. पश्चिम बंगाल के बैरकपुर से बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह के काफिले पर कुछ लोगों ने हमला किया और बीजेपी सांसद की गाड़ी का कांच तोड़ दिया. BJP सांसद के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला किया है. सांसद ने पश्चिम बंगाल के अंदर लॉ एंड आर्डर की स्थिति के खत्म होने का आरोप लगाया है.
दीदी के राज में ये क्या हो रहा है?
नागरिकता कानून के खिलाफ उपद्रवियों की करतूत सारी सीमाओं को तोड़ती दिखाई दे रही है. दीदी के गढ़ में बवाल को दौर इस करद चरम पर है कि मालदा, मुर्शिदाबाद औरक लालगोला में खूब बवाल और आगजनी देखने को मिल रही है.
मुर्शिदाबाद बीजेपी कार्यालय फूंका
मुर्शिदाबाद में भारतीय जनता पार्टी के आफिस को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया. मुर्शिदाबाद के लालगोला थाने के अंतर्गत छागोलहाट के पास मौजूद बीजेपी ब्लॉक कार्यालय अब जलकर राख हो चुका है. यहां पर उपद्रवियों ने पहले कार्यालय में मौजूद दस्तावेज बाहर निकाले फिर आग लगा दी.
मुर्शिदाबाद में भीड़ ने बेलडांगा स्टेशन पर रखी रेलवे की संपत्ति को आग लगा दी. एक फायर ब्रिगेड के इंजन को क्षतिग्रस्त कर जला दिया. मौके पर पहुंची पुलिस पर भी पथराव किया गया. मुर्शिदाबाद में सड़कों पर प्रदर्शनकारियों का हुजूम निकला. उसके बाद सरकारी बसें और दूसरी सरकारी संपत्तियां उपद्रवियों के निशाने पर आ गईं.
मालदा स्टेशन में तोड़फोड़
मालदा में भी उपद्रवियों ने जमकर तोड़फोड़ की. मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर स्टेशन में भी एनआरसी और नागरिकता बिल के खिलाफ प्रदर्शन हुआ. कटिहार मालदा लोकल पैसेंजर को रोक कर रेल लाइन के ऊपर आग जला दी गई, प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन के कई हिस्सों में तोड़फोड़ की.
इस घटना में ट्रेन ड्राइवर समेत कई अन्य रेल कर्मी भी घायल हुए हैं. जिसे देखते हुए हरिश्चंद्रपुर स्टेशन में भारी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की गई है. उपद्रवियों के हमले के बाद हरिश्चंद्रपुर स्टेशन में कई यात्री भी फंस गए. प्रदर्शनकारियों ने हरिश्चंद्रपुर थाने का भी घेराव किया. हालांकि पश्चिम बंगाल में ये हिंसक तांडव तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को बहुत गंभीर नजर नहीं आ रहीं. तृणमूल सांसद सौगत रॉय को लगता है बंगाल अभी नहीं जल रहा.
लालगोला ट्रेन में लगाई आग
लालगोला के पास ही कृष्णापुर स्टेशन में ट्रेन को आग के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने निशाना बनाया तो ट्रेन धू-धू कर जल गई. प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन में आग लगाई देखते देखते ही देखते पूरी ट्रेन धधक उठी. भाजपा ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हिंसा के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ है.
ममता बनर्जी ने की शांति की अपील
इधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग हिंसा में शामिल पाए गए उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में ममता बनर्जी ने कहा, 'कानून अपने हाथ में न लें. रास्ते रोकने और आम लोगों को जिस कार्य से दिक्कत पहुंचे, ऐसा कोई भी कार्य न करें.' उन्होंने यह भी कहा, 'सरकारी संपत्तियों को नुकसान न पहुंचाएं. शांति भंग करने वाले सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.'
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पश्चिम बंगाल में हिंसा के पीछे तृणमूल कांग्रेस?
इससे पहले ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून न लागू करने की बात भी कही थी. भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पर ही हिंसा के आरोप लगाए हैं. सरकार की ओर से बार-बार साफ किया जा रहा है, नागरिकता संशोधन कानून का भारत के किसी भी नागरिक पर कोई असर नहीं होगा. फिर भी अगर ये आग लगी है तो इसके पीछे कौन है.
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