Vikramaditya Singh: विक्रमादित्य सिंह के चाल-चलन से मिल रहे बड़े संकेत, क्या BJP की ओर बढ़ रहे कदम?

 Vikramaditya Singh Politics: हिमाचल की कांग्रेस सरकार में मंत्री और अभिनेत्री कंगना रनौत के सामने चुनाव लड़ चुके कांग्रेसी नेता विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल में दुकानों के बाहर मालिकों अपनी ID लगाने का निर्देश दिया है. इसके बाद से ही सियासी कयासों का बाजार गर्म है.

Written by - Ronak Bhaira | Last Updated : Sep 26, 2024, 01:08 PM IST
  • राम मंदिर के कार्यक्रम में भी शामिल हुए
  • कांग्रेस पार्टी को दिखा चुके बागी तेवर
Vikramaditya Singh: विक्रमादित्य सिंह के चाल-चलन से मिल रहे बड़े संकेत, क्या BJP की ओर बढ़ रहे कदम?

नई दिल्ली: Vikramaditya Singh Politics: हिमाचल सरकार ने ये आदेश जारी किया है कि राज्य में हर भोजनालय और फास्ट फूड रेहड़ी पर मालिक की ID लगाई. ऐसा ही आदेश पहले यूपी की योगी सरकार ने निकाला था. तब राहुल गांधी समेत पूरी कांग्रेस पार्टी ने इस नियम की आलोचना की थी. चौंकाने वाली बात ये है कि हिमाचल में कांग्रेस की ही सरकार है, फिर भी ये नियम लागू किया गया है. ये फैसला हिमाचल में कांग्रेस सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने लिया है.

विक्रमादित्य सिंह ने क्या कहा?
कांग्रेस सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर यूपी CM योगी आदित्यनाथ की तस्वीर वाला एक न्यूज आर्टिकल साझा किया. इसमें योगी सरकार के उस फैसले के बारे में बताया गया जिसमें प्रदेश के भोजनालय, रेहड़ी-पटरी, ढाबा-रेस्टोरेंट मालिकों को दुकान के बाहर अपनी ID लगाने को अनिवार्य बताया गया था. इसे शेयर करते हुए विक्रमादित्य सिंह ने लिखा- हिमाचल में भी भोजनालय और फास्ट फूड रेहड़ी के मालिकों को दुकान के बाहर अपनी ID लगानी चाहिए. ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हो पाए.

विक्रमादित्य सिंह के ये एक्शन भी पार्टी लीक से हटकर

राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल हुए: विक्रमादित्य सिंह राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इसके लिए कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को न्योता मिला था. लेकिन वे नहीं गए. कांग्रेस ने इसे एक पार्टी विशेष का कार्यक्रम बताया, फिर भी विक्रमादित्य इसमें शामिल हुए.

सुक्खू सरकार में बगावत: इसी साल फरवरी में राज्यसभा चुनाव के बाद हिमाचल प्रदेश में बगावत हुई थी. जिन 6 विधायकों ने बगावत की, वे विक्रमादित्य के करीबी थे. खुद विक्रमादित्य ने पार्टी और सरकार पर अनदेखी के आरोप लगाए थे. हालांकि, कांग्रेस ने ये क्राइसिस मैनेज कर लिया था और प्रदेश में सरकार बच गई थी.

शिमला मस्जिद मामला: विक्रमादित्य सिंह के करीबी मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने शिमला की अवैध मस्जिद का मामला उठाया था. साथ ही ये कहा था कि प्रदेश में लव जिहाद जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं. भाजपा अक्सर लव जिहाद को सियासी मुद्दा बनाती है, लेकिन ये मुद्दा कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने कभी नहीं उठाया. 

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