बंगाल हिंसा पर इस नेता ने कहा- या तो हम मरेंगे या बंगाल छोड़ कर भागना पड़ेगा

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में हिंसा से प्रभावित लोगों ने प्रदर्शन किया. बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि राज्य में जो हालत उसमें या तो हम मरेंगे या बंगाल छोड़ कर भागना पड़ेगा.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 7, 2021, 09:11 PM IST
  • बम मॉडल पर 'सोनार बांग्ला'!
  • 24 परगाना का खौफनाक मंजर
बंगाल हिंसा पर इस नेता ने कहा- या तो हम मरेंगे या बंगाल छोड़ कर भागना पड़ेगा

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के 24 परगाना से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जिससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि दीदी के बंगाल जीतने के बाद वहां विपक्ष का क्या हाल है? लोग जान बचाकर भाग रहे हैं, लोग डरे और घबराए हुए हैं.

बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ खून की होली!

बंगाल में फिर एक बीजेपी कार्यकर्ता की बम मारकर दिन-दहाड़े हत्या की गई है और हमलावर आराम से भाग गया. बीजेपी का आरोप है कि उनके कार्यकर्ता की हत्या के पीछे दीदी के दुलारे कार्यकर्ता हैं. परिवार के मुताबिक बीजेपी कार्यक्रर्ता जेपी यादव अपने घर बैठे थे. तभी उनपर देसी बमों से हमला किया गया.

भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा है कि 'पुलिस असहाय है, कल जगदलबाजार में 7 दुकानों को लूटा गया. व्यापारियों ने रास्ता अवरुद्ध किया था. 150 पुलिस खड़ी है और उस बीच बम पड़ रहा है. पुलिस बाहर कह रही है कि इन जिहादियों के चलते ही बंगाल में सरकार आई है इसलिए हमें स्पष्ट निर्देश हैं कि इनके खिलाफ कोई एक्शन न लें.'

दरअसल, पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में चुनाव के बाद हुई हिंसा से प्रभावित लोगों ने जगलदबाजार में घोषपारा रोड को जाम किया था. वहीं भाजपा सांसद अर्जुन सिंह भी पहुंचे थे और उन्होंने ये तक कह दिया कि राज्य में जो हालत उसमें या तो हम मरेंगे या बंगाल छोड़ कर भागना पड़ेगा.

24 परगना में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या के बाद प्रदर्शन भी हुए. कुछ जगह बीजेपी समर्थकों की दुकानें भी लूटे जाने के आरोप हैं. बीजेपी के मुताबिक पुलिस के सामने बमबाजी हो रही है, लेकिन पुलिस एक्शन नहीं ले सकती क्योंकि दीदी का आदेश है. इससे पहले शनिवार को कोलकाता में बीजेपी के दफ्तर के पास 51 देसी बम मिले थे.

बीजेपी के मुताबिक पूरे राज्य में उनके कार्यकर्ताओं पर चुन-चुनकर हमले हो रहे हैं. मिदनापुर में तो बीजेपी से जुड़े लोगों के बहिष्कार के लिए भी कहा गया है. मिदनापुर में ऐसे पर्चे बांटे गए, जिसमें बीजेपी से जुड़े लोगों को कोई भी सामान नहीं बेचने के लिए कहा गया है. हालांकि टीएमसी ने कहा, कि पर्चे बंटवाने के पीछे उनके कार्यकर्ता नहीं हैं. इससे पहले राज्य में दीदी की जीत होते ही बीजेपी के खिलाफ हिंसा शुरू हो चुकी थी.

बंगाल में कानून व्यवस्था की ये हाल देखकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्य सचिव को आज बुलाया  और चुनाव के बाद जारी हिंसा को रोकने के लिए उठाए गए कदमों का ब्योरा मांगा है. राज्यपाल ने लोगों से कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील भी की.

साथ ही राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोमवार को ममता बनर्जी के चीफ सेक्रेटरी को बुलाया और बंगाल में चुनाव के बाद से हो रही हिंसा पर रोक लगाने और उचित कदम उठाने के लिए कहा.

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बंगाल में TMC की जीत के बाद सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों को जान बचाकर असम और दूसरे राज्यों में भी भागना पड़ा है, और शायद ये बंगाल में हिंसा का ही डर है, कि जो नेता TMC छोड़कर चले गए थे, वो वापस लौटना चाह रहे हैं, ताकि राजनीति बचे ना बचे जान बची रहे.

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