नई दिल्ली. कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद को देश की मुख्य जांच एजेंसी सीबीआई की कमान सौंप दी गई है. शनिवार को शाम को नए सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति के लिए हाई लेवल कमेटी के सदस्यों की मीटिंग हुई जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ और नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी शामिल थे. इस बैठक में नया सीबीआई डायरेक्टर चुनने के लिए संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई. बैठक के बाद प्रवीण सूद के नाम की घोषणा हुई है.
1986 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रवीण सूद सीबीआई में सुबोध कुमार जायसवाल की जगह लेंगे जिनका कार्यकाल 25 मई को पूरा हो रहा है. इस पद के लिए प्रवीण सूद के अलावा मध्य प्रदेश के डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना और फायर सर्विस, सिविल डिफेंस और होम गार्ड्स के डीजी ताज हसन का नाम शामिल था.
अधीर रंजन चौधरी ने दर्ज कराया विरोध!
दिलचस्प है कि प्रवीण सूद की नियुक्ति पर कांग्रेस की तरफ से यानी अधीर रंजन चौधरी की तरफ से विरोध दर्ज कराया गया था. लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक चौधरी ने कहा था कि सूद IPS अधिकारियों के उस पूल का हिस्सा नहीं थे जो केंद्र में डीजीपी लेवल पर सेवाएं दे सके.
डीके शिवकुमार ने 'नालायक' तक कहा
यही नहीं कर्नाटक के दिग्गज कांग्रेसी नेता डीके शिवकुमार ने सूद की जबरदस्त आलोचना की थी. बीते मार्च महीने में उन्होंने सूद को 'नालायक' तक करार दे डाला था. शिवकुमार ने आरोप लगाए थे कि सूद कर्नाटक की बीजेपी सरकार की मदद करते हैं. शिवकुमार ने यहां तक कहा था कि अगर कांग्रेस की सरकार कर्नाटक में आती है तो सूद पर बेहद सख्त एक्शन लिया जाएगा. बेहद दिलचस्प है कि शनिवार को कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार प्रचंड बहुत के साथ आई और ठीक उसी दिन सूद सीबीआई के नए डायरेक्टर बनाए गए.
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