Devendra Fadnavis: देवेंद्र फडणवीस ही होंगे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, BJP ने यहां क्यों नहीं भेजी `सरप्राइज नेम` की पर्ची?
Devendra Fadnavis Next CM of Maharashtra: भाजपा विधायक दल की बैठक में देवेंद्र फडणवीस को नेता चुन लिया गया है. वे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे. भाजपा ने सूबे के किसी और नेता का नाम न चुनकर अपनी पुरानी पसंद को बरकरार रखा है.
नई दिल्ली: Devendra Fadnavis Next CM of Maharashtra: भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. महायुति गठबंधन की बैठक में ये फैसला हो गया है कि देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे. इस बैठक में NCP नेता अजित पवार और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को डिप्टी CM बनाने पर भी सहमति बन गई है. हालांकि, पहले ये कयास भी थे कि भाजपा फडणवीस को मौका न देकर किसी नए नेता को CM बना सकती है. लेकिन पार्टी ने इस बार सरप्राइज नहीं दिया.
भाजपा का चौंकाने का ट्रेंड रहा
दरअसल, भाजपा ने बीते कुछ सालों में ऐसे नेताओं को मुख्यमंत्री बनाया है, जो लॉ प्रोफाइल हैं. उड़ीसा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने ऐसे नेताओं के हाथ में बागडोर सौंपी, जिनको लेकर किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. इन राज्यों में शिवराज सिंह चौहान, वसुंधरा राजे और रमन सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं को पार्टी ने किनारा किया. कमोबेश ऐसा ही हरियाणा में हुआ था, जब पहली बार मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री बनाए गए. बाद में उन्हें हटाकर नायब सिंह सैनी को चुनना भी चौंकाने वाला फैसला था. इसी ट्रेंड को देखते हुए महाराष्ट्र को लेकर भी ऐसे कयास लगाए गए थे. कई मराठा और ओबीसी नेताओं का CM रेस में नाम चला. लेकिन आखिर में बाजी पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस के ही हाथ लगी.
देवेंद्र फडणवीस को ही क्यों चुना, कोई सरप्राइज नाम क्यों नहीं?
1. RSS के करीबी: लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रिश्तों में खटास आ गई थी. लेकिन इस गैप को भरने का काम देवेंद्र फडणवीस ने कर दिखाया. विधानसभा चुनाव के दौरान भी फडणवीस ने कई बार RSS के पदाधिकारियों के साथ बैठक की.
2. आलाकमान की चॉइस: साल 2014 में भाजपा ने देवेंद्र फडणवीस को CM बनाकर चौंकाया था. तब दिग्गज नेता नितिन गडकरी, पंकजा मुंडे और विनोद तावड़े भी CM रेस में थे. तभी से फडणवीस भाजपा हाईकमान की महाराष्ट्र के लिए पहली पसंद हैं. उनके पास सरकार चलाने का तजुर्बा भी है.
3. यस मैन: साल 2022 में शिवसेना तोड़कर लाए एकनाथ शिंदे को भाजपा ने CM बनाया और देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी CM बनने के लिए कहा. फडणवीस की इच्छा नहीं थी, फिर भी वह पार्टी के आदेश पर डिप्टी बनने को तैयार हुए. इससे पार्टी और मोदी-शाह के प्रति उनकी वफादारी नजर आती है.
4. कम उम्र में ज्यादा अनुभव: भाजपा ने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान में वसुंधरा राजे को हटाकर पार्टी की सेकंड जनरेशन तैयार की. लेकिन देवेंद्र फडणवीस की उम्र फिलहाल 54 वर्ष ही है, इस लिहाज से वे लंबे समय तक पार्टी के लिए काम कर पाएंगे. फडणवीस पहले भी महाराष्ट्र में 5 साल तक सरकार चला चुके हैं. ऐसा माना जाता है कि फडणवीस और अजित पवार के अधिकारियों से अच्छे रिश्ते हैं.
5. चुनाव में दिखाया दम: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा देवेंद्र फडणवीस की रणनीति पर ही उतरी थी. लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने ही पार्टी के लिए सियासी बिसात बिछाई, जिसमें वे सफल रहे. उन्होंने सहयोगियों जैसे NCP और शिवसेना के नेताओं को भी संतुष्ट रखा. भाजपा ने 132 सीटों पर जीत दर्ज कर अपने ही पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया. इसका श्रेय फडणवीस को ही गया.
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