107 वर्षीय महिला ने कोरोना को किया पराजित, संक्रमण की चपेट में था पूरा परिवार
देश भर में कोरोना वायरस का प्रकोप है. कुल संक्रमितों की संख्या 28 लाख के पार हो चुकी है. अब तक वायरस को 20 लाख से ज्यादा लोग मात भी दे चुके हैं.
मुंबई: चीन के वुहान शहर से निकला वायरस कोविड 19 पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रहा है. भारत, अमेरिका, ब्राजील और जर्मनी समेत कई बड़े बड़े देश इसकी जद में हैं और करोड़ों की संख्या में आबादी संक्रमण से प्रभावित है. भारत में भी कोरोना वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है. रोजाना रिकॉर्ड संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं.
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इस भीषण महामारी के बीच महाराष्ट्र से एक संतोषजनक खबर आई. बताया गया है कि 107 वर्षीय महिला ने इस जानलेवा वायरस को मात दी है जो अपने आप में चमत्कार है.
107 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने कोरोना को किया परास्त
कोरोना के अब तक सामने आये मामलों को देखकर ये कहा गया है कि बुजुर्ग लोगों और बच्चों को इससे अधिक खतरा है और एक बार संक्रमित होने के बाद उनका इससे मुक्त होना भी इतना आसान नहीं होता क्योंकि उनकी इम्यूनिटी पावर वीक होती है. इस बीच महाराष्ट्र के जालना शहर में एक 107 वर्षीया महिला और उनकी 78 वर्षीया बेटी कोरोना संक्रमण के बाद अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुकी है. उनका पूरा परिवार कोरोना से संक्रमित था.
बुजुर्ग महिला का पूरा परिवार था संक्रमित
उल्लेखनीय है कि 107 वर्षीया बुजुर्ग महिला, 78 वर्षीया उनकी बेटी, 65 वर्षीय बेटा और 27 और 17 साल के दो पोते कोरोना संक्रमित थे और पिछले एक सप्ताह से कोविड अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती थे। पुराने जालना के मालीपुरा निवासी इस परिवार के सदस्य 11 अगस्त को कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे. पूरा परिवार इस वायरस से संक्रमित था और बुजुर्ग महिला ने कोरोना को परास्त करके सभी को संबल प्रदान किया है.
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परिजन बता रहे चमत्कार
कोरोना पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि बुजुर्ग का स्वस्थ होना सभी के लिए प्रेरणा है और ये किसी आश्चर्यजनक चमत्कार से कम नहीं है. परिजनों का कहना है कि बुजुर्ग महिला के कोरोना संक्रमित होने पर हम लोग डर गए थे कि वे इससे बच भी पाएगी अथवा नही. अब हम लोग ईश्वर का धन्यवाद करते हैं कि उन्हें जिंदगी वापस मिली है. संक्रमण के बात सुन हम ठीक होने की सारी आशा खो चुके थे, लेकिन ये किसी चमत्कार से कम नहीं है.