नई दिल्ली.  भारतीय विदेशमंत्री का हालिया बयान गंभीर संकेत देता है. ये संकेत यह प्रश्न भी खड़ा करता है कि क्या अब भारत-चीन के बीच युद्ध करीब है? विदेशमंत्री के अनुसार लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सैनिकों की मौजूदगी ‘‘बहुत गंभीर'' सुरक्षा चुनौती है. 


एक ऑनलाइन कार्यक्रम में दिया बयान 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारतीय विदेशमंत्री इस जयशंकर का यह बयान एशिया सोसाइटी की ओर से आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान सामने आया है. विदेशमंत्री ने कहा कि भारतीय सीमा के दूसरी तरफ आज बड़ी संख्या में चीनी सैनिक उपस्थित हैं जो कि हथियारबंद है और यह निस्संदेह भारत के लिए एक बहुत ही गंभीर सुरक्षा चुनौती है.


सार्वजनिक व राजनीतिक प्रभाव 


विदेशमंत्री के अनुसार इस वर्ष जून में लद्दाख सेक्टर में भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक झड़पें न भूली जा सकती हैं और न ही इन झड़पों का बहुत गहरे सार्वजनिक और राजनीतिक प्रभाव से इंकार किया जा सकता है. इनके कारण भारत और चीन के बीच के संबंधों में बड़ा और असाधारण फर्क देखा गया है. 


15 जून को बलिदान हुए थे बीस जवान 


करीब चार माह पूर्व पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून की तारिख को हुई थी वह हिंसक झड़प जिसे चीनियों ने अंजाम दिया था. हालांकि इसमें चीनी खेमे में चालीस से पैंतालीस जवानों की जान जाने की खबर है जबकि इस दौरान भारतीय सेना के बीस जवानों ने भी प्राणों का उत्सर्ग किया था. विदेशमंत्री के अनुसार भारत ने पिछले तीन दशकों में चीन के साथ अच्छे संबंध बनाये रखने के पुरजोर प्रयास किये हैं और इस दौरान दोनों देशों के संबंधों का आधार वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अमन-चैन रहा है. 


ये भी पढ़ें.  फिर मां बनने वाली हैं करीना, तैमूर के भाई के बस ये तीन नाम न रखना


देश और दुनिया की हर एक खबर अलग नजरिए के साथ और लाइव टीवी होगा आपकी मुट्ठी में. डाउनलोड करिए ज़ी हिंदुस्तान ऐप, जो आपको हर हलचल से खबरदार रखेगा... नीचे के लिंक्स पर क्लिक करके डाउनलोड करें-


Android Link - https://play.google.com/store/apps/details?id=com.zeenews.hindustan&hl=en_IN


iOS (Apple) Link - https://apps.apple.com/mm/app/zee-hindustan/id1527717234