हैदराबादः आंध्र प्रदेश में 'बाल विवाह' (child marriage) का एक अजीब मामला सामने आया है. मामला भी ऐसा कि इस बाल विवाह (child marriage) के लिए अभिभावकों ने मजबूर नहीं किया बल्कि खुद किशोर-किशोरी ने यह विवाह रचा लिया है. मामला ईस्ट गोदावरी जिले का है. दोनों ही नाबालिग इंटरमीडिएट में पढ़ते हैं. यहां तक कि इस विवाह की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
पुलिस ने दर्ज किया है केस
जानकारी के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले का रजा महेंद्रवरम इलाका इस वक्त चर्चा में है. यहां के एक स्कूल में एक छात्र ने क्लासरूम में अपनी कथित प्रेमिका से शादी कर ली. छात्र ने छात्रा को मंगलसूत्र पहनाया और उसरी मांग भी भरी.
दोनों ही छात्र-छात्रा नाबालिग हैं और इंटरमीडिएट में पढ़ते हैं. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया. पुलिस ने बाल विवाह (child marriage) निषेध अधिनियम, 2006 के तहत मामला दर्ज किया है. ये दोनों कथित तौर पर बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड-हैं। दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे। लड़के की उम्र 17 साल है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
सामने आया है कि छात्र ने लड़की के लिए बाज़ार से मंगलसूत्र और सिंदूर खरीदा और स्कूल पहुंच गया. इस दौरान लड़की क्लास में थी. लड़के ने लड़की को पहले मंगलसूत्र पहनाया और इसके बाद उसकी मांग में सिन्दूर भी भरा. इस दौरान लड़के के कुछ दोस्तों ने इसका वीडियो भी बनाया. इस शादी का पता तब चला जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
लड़की को आश्रय देगा महिला आयोग
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लड़के और लड़की की काउंसलिंग की गई. पुलिस जांच कर रही थी कि कक्षा में नाबालिगों का विवाह (child marriage) किसने किया था. उधर, आंध्र प्रदेश महिला आयोग की चेयरपर्सन वासीरेड्डी पद्मा ने कहा कि दूल्हा और दुल्हन, इंटरमीडिएट में पढ़ने वाले सहपाठी हैं.
उनकी ओर से कहा गया है कि आयोग नाबालिग लड़की को आश्रय देगा. महिला आयोग की चेयरपर्सन वासीरेड्डी पद्मा ने कहा कि लड़की के माता-पिता ने उसे घर लौटने की अनुमति देने से इनकार कर दिया. काउंसलिंग के लिए लड़की को वन स्टॉप सेंटर में भेज दिया गया है. महिला आयोग के सदस्यों ने लड़के के माता-पिता से भी बात की और उनकी काउंसलिंग की.
दोनों को स्कूल से निकाला
घटना के बारे में पता चलने के बाद स्कूल के प्रबंधन ने दोनों छात्र-छात्रा को स्कूल से निकाल दिया है और उन्हें ट्रांसफर सर्टिफिकेट दे दिया. राजामहेंद्रवरम टू टाउन पुलिस ने इस प्रकरण पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि हम दोनों नाबालिगों, उनके परिवार के सदस्यों और कॉलेज प्रबंधन के बयान दर्ज करेंगे. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, पुलिस सभी के लिए बाल विवाह के परिणामों की व्याख्या करेगी.
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