चीन की समुद्री सैन्य-तैनाती पर वियतनाम ने भारत को किया आगाह
चीन ने दक्षिण चीन सागर में युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों की तैनाती करनी शुरू कर दी है जिसको लेकर वियतनाम ने तुरंत भारत को आगाह किया है..
नई दिल्ली. चीन की विस्तारवादी साजिशों का फिर खुलासा हुआ है. जो जानकारी मिली है उसके अनुसार दक्षिणी चीन सागर में चीन ने युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों की तैनाती शुरू कर दी है. ये देख कर वियतनाम ने भारत को चीन के विषैले इरादों के प्रति तुरंत आगाह कर दिया है. जाहिर है, चीन की ये गतिविधियां अब दक्षिणी चीन सागर में सैन्य तनाव की बुनियाद बनने वाली हैं.
दो माह से चल रही हैं गतिविधियां
दक्षिण चीन सागर में चीन की संदेहास्पद गतिविधियां पिछले दो महीनों से चल रही हैं. पिछले दो माह के दौरान यहां चीन की सैन्य आक्रामकता लगातार बढ़ती देखी गई है. एक तरफ सारा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है, दूसरी तरफ चीन लगातार अपनी विस्तारवादी साजिशों को अंजाम देने की कोशिश में लगा हुआ है.
अमेरिका की है कड़ी नजर
चीन भी ये जानता है कि दुनिया में उसकी हर जहरीली कोशिश को रोकने के लिये अमेरिका पूरी तरह सन्नद्ध है. इसके बाद भी चीन ने दक्षिण चीन सागर में अपनी संदेहास्पद सैन्य गतिविधियों को अन्जाम दिया है. जवाब में अमेरिका ने अपने जंगी जहाजी बेड़े को तुरंत इस विवादित द्वीपसमूह के करीब भेज दिया है और साथ ही ये बयान भी जारी किया है कि इस क्षेत्र में बीजिंग का दावा अवैध है.
वियतनाम ने किया आगाह
दक्षिण चीन सागर में चीन की सैन्य गतिविधियों से बढ़ रहे तनाव की जानकारी वियतनाम ने भारत को दी है. बताया जा रहा है कि इस विषय पर हाल ही में भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला की वियतनाम के राजदूत फाम सान्ह चाउ के साथ बैठक हुई है जिसमें वियतनाम के राजदूत ने भारत के तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम की तेल अन्वेषी परियोजनाओं वाले वियतनामी जलक्षेत्र के साथ ही दक्षिण चीन सागर के भी वर्तमान हालात की जानकारी दी.