Jio, Airtel और VI ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट से की यह मांग, हो सकता है 400 करोड़ का फायदा
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Jio, Airtel और VI ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट से की यह मांग, हो सकता है 400 करोड़ का फायदा

Telecom Regulatory Authority of India: टेलीकॉम कंपनियों ने दूरसंचार विभाग (DoT) से टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की इंटरनेशनल ट्रैफिक की परिभाषा को अपनाने का आग्रह किया है. ऐसा करने से उनके एसएमएस रेवेन्यू में सालाना 400 करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा हो सकता है.  

Jio, Airtel और VI ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट से की यह मांग, हो सकता है 400 करोड़ का फायदा

Telecom Companies: भारत में टेलीकॉम कंपनियां चाहती हैं कि अंतरराष्ट्रीय एसएमएस की परिभाषा बदली जाए. इससे उन्हें सालाना 400 करोड़ रुपये से ज्यादा का फायदा हो सकता है. इन कंपनियों में रिलायंस जियो, एटरटेल, वोडाफोन-आइडिया का नाम शामिल है. खबरों के मुताबिक टेलीकॉम कंपनियों ने दूरसंचार विभाग (DoT) से टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की इंटरनेशनल ट्रैफिक की परिभाषा को अपनाने का आग्रह किया है. ऐसा करने से उनके एसएमएस रेवेन्यू में सालाना 400 करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा हो सकता है.  

दूरसंचार सचिव को लिखा पत्र
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल को एक पत्र भेजा है. सीओएआई के सदस्यों में रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया शामिल हैं. पत्र में DoT से अनुरोध किया गया है कि वह मौजूदा यूनिफाइड लाइसेंस एग्रीमेंट और आने वाले प्राधिकरणों में ट्राई की सिफारिशों को शामिल करे.

TRAI की इंटरनेशनल ट्रैफिक की परिभाषा
ट्राई ने हाल ही में इंटरनेशनल ट्रैफिक को उन एसएमएस मैसेज के रूप में परिभाषित किया है जो भारत के बाहर स्थित डिवाइस, सर्वरों या ऐप्लीकेशंस से जेनरेट होते हैं या समाप्त होते हैं. COAI का मानना ​​है कि यह परिभाषा इंडस्ट्री को आवश्यक स्पष्टता प्रदान करेगी. 

विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस परिभाषा को अपनाने से टेलीकॉम कंपनियों के लिए सालाना 400 करोड़ रुपये से ज्यादा का अतिरिक्त एसएमएस रेवेन्यू जेनरेट हो सकता है क्योंकि इससे इंटरनेशनल मैसेजेस को घरेलू मैसेज के रूप में गलत कैटेगराइज करने से रोका जा सकेगा.

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टेलीकॉम कंपनियों और MNCs के बीच विवाद 
इंटरनेशनल मैसेजेस को परिभाषित करने की यह मांग टेलीकॉम कंपनियों और मल्टीनेशनल कंपनियों (MNCs) के बीच वर्षों से चल रहे विवाद के बाद आई है. इन MNCs में अमेजन, फ्लिपकार्ट, नेटफ्लिक्स समेत कई कंपनियां शामिल हैं. 

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टेलीकॉम कंपनियों ने आरोप लगाया है कि कुछ MNCs विदेशी सर्वरों से इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन प्रोसेस करते हैं लेकिन हाई इंटरनेशनल एसएमएस चार्ज से बचने के लिए एसएमएस को डोमेस्टिक सिस्टम से भेजते हैं. ट्राई ने डोमेस्टिक एकएमएस चार्ज के रेट 0.2 से 0.5 पैसे के बीच निर्धारित किए हैं. वहीं, इंटरनेशनल एसएमएस के रेट ज्यादा हैं. यह मूल देश के आधार पर 2 से 5 रुपये तक होता है. 

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