एम. एस. धोनी ने 15 अगस्त, 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कहते हुए संन्यास ले लिया. जिसके बाद से उनके फैंस के साथ ही हर क्रिकेटप्रेमी में मायूसी देखने को मिल रही है. लेकिन हम आज बात करेंगे कैप्टन कूल धोनी की उपलब्धियों की.
दुनियाभर के बेस्ट क्रिकेटरों में शामिल महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त, 2020 में इंटरनेशल क्रिकेट से संन्यास ले लिया.
2018 में धोनी को तीसरा सर्वोच्च सिविलियन अवार्ड पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
धोनी को 2007 में खेलों के लिए सर्वोच्च सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न से नवाजा गया.
धोनी दुनिया के एकमात्र ऐसे कप्तान हैं जिनकी कप्तानी में टीम ने तीनों आईसीसी ट्रॉफी जीती हैं.
धोनी ने 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 में वनडे वर्ल्ड कप और 2013 मेंं चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भारत ने धोनी के कप्तानी में ही जीती.
दिसंबर 2004 में धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया.
धोनी की कप्तानी में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपनी कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स को तीन बार ट्रॉफी दिलवाई.
क्रिकेट में डेब्यू के एक साल बाद चेन्नई में श्रीलंका के खिलाफ धोनी ने अपना टेस्ट डेब्यू किया.
धोनी भारत के चौथे और दुनिया के 12वें खिलाड़ी हैं जिन्होंने वनडे में 10 हजार रन बनाए हैं.
धोनी ने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ अपना सर्वाधिक स्कोर 183 बनाया था.
टेस्ट क्रिकेट में 4000 रन बनाने वाले धोनी भारत के पहले विकेटकीपर हैं.