आजकल डायबिटीज एक आम समस्या बन गई है. अधिकतर लोग इस लाइलाज बीमारी से परेशान हैं. डायबिटीज मरीज के खानपान में कई चीजों की रोक-टोक होती है. मधुमेह रोगी को मीठा खाने की मनाही होती है. कई बार डायिबिटीज रोगी को मीठे खाने की क्रेविंग होती है ऐसे में उन्हें मीठे के हेल्दी सब्सिट्यूट का सेवन करने के सलाह दी जाती है. इस लिस्ट में गुड़ और शहद का नाम सबसे पहले आता है. आइए जानते हैं गुड और शहद क्या है ज्यादा बेहतर?
गुड़ खाने के अपने अनेक फायदे होते है. सफेदी चीनी के मुकाबले गुड़ का सेवन अच्छा माना जाता है. गुड़ में पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी1, बी6, और सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. ऐसे में पाचन तंत्र के लिए गुड़ काफी लाभकारी होता है.
शहद का इस्तेमाल 1000 सालों से होता आया है. कहा जाता है कि शहद का सेवन करने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है. शहद में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लमेट्री प्रापर्टीज पाया जाता है. जो कि डायबिटीज के मरीज के लिए अच्छा माना जाता है.
चीनी के मुकाबले डायबिटीज में गुड़ खाना लाभकारी माना जाता है. लेकिन डायबिटीज वाले लोगों को गुड़ का सेवन अधिक नहीं करना चाहिए. क्योंकि गुड़ और चीनी दोनों ही गन्ने के रस से बनती है.
शहद एक प्राकृतिक चीनी होता है. शहद का इस्तेमाल सदियों से होता आया है. ऐसे में यह डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद है. चीनी के मुकाबले शहद का प्रभाव अधिक फायदेमंद होता है. लेकिन शहद का ज्यादा सेवन करने से भी इंसुलिन की मात्रा बढ़ सकती है.
गुड़ और शहद दोनों का ही सेवन करने से रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ सकती है. माना जाता है कि गुड़ के मुकाबले शहद का सेवन बेहतर होता है. लेकिन जरूरत से ज्यादा किसी का भी सेवन हानिकारक हो सकता है. Disclaimer: इस लेख के द्वारा आप तक जानकारी लाने का प्रयास किया है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें. यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.