MS Dhoni Birthday: महेंद्र सिंह धोनी आज अपना 43वां जन्मदिन मना रहे हैं. भारतीय क्रिकेट में धोनी के योगदान पर बात करें तो समय कम पड़ सकता है लेकिन उनके किस्से और कहानियां खत्म नहीं होंगी. क्रिकेट के हर फॉर्मेट में उन्होंने भारत का दबदबा कायम किया.
MS Dhoni Birthday: आज महेंद्र सिंह धोनी का जन्मदिन है. उनकी कप्तानी में भारत ने टी20 विश्व कप 2007, वनडे वर्ल्ड कप 2011 और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 अपने नाम की थी. टेस्ट क्रिकेट में भी पहली बार नंबर 1 रैंकिंग उनकी ही कप्तानी में हासिल हुई. आईपीएल में भी उन्होंने अपनी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स को 5 बार चैंपियन बनाया.
बल्लेबाजी हो या कप्तानी, धोनी अव्वल थे. वह न सिर्फ बल्ले के दम पर मैच फिनिश करना जानते थे बल्कि बेहतरीन कप्तानी के दम पर भी फंसे हुए मुकाबलों में बाजी भारत के पक्ष में करना उन्हें आता था. विकेट पीछे रहकर उनकी गेम को परखने की जो समझ थी वो उन्हें थोड़ा अलग बनाती थी.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके धोनी अब आईपीएल खेलते हैं और उन्होंने पिछले सीजन आईपीएल की कप्तानी भी छोड़ दी थी लेकिन वह नए कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ का पूरा सपोर्ट करते नजर आए. यही नहीं उन्होंने पिछले सीजन कई मुकाबलों में आखिरी के ओवरों में आकर अपनी धुआंधार बल्लेबाजी के दम पर गजब का इम्पैक्ट डाला.
धोनी ने क्रिकेट को हमेशा गंभीरता से लिया. यहां तक कि उन्होंने अपने परिवार से ज्यादा नेशनल ड्यूटी को तरजीह दी. इसका एक किस्सा पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने अपनी किताब 'डेमोक्रेसी XI: द ग्रेट इंडियन क्रिकेट स्टोरी' में साझा किया है.
दरअसल साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में आयोजित हुए वर्ल्ड कप में धोनी बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज टीम का हिस्सा थे. तब साक्षी धोनी ने 6 फरवरी 2015 को बेटी जीवा को जन्म दिया था. तब दो दिन बाद भारत का वर्ल्ड कप का पहला वार्म अप मैच होने वाला था.
दिलचस्प बात यह है कि धोनी अपना फोन लेकर नहीं गए थे इसलिए साक्षी ने सुरेश रैना को मैसेज भेजकर उनको यह खुशखबरी देने की बात कही. जीवा के जन्म के बाद मीडिया ने धोनी से पूछा था कि क्या वह अभी इंडिया में होना मिस कर रहे हैं तो उन्होंने कहा, 'नहीं मैं नेशनल ड्यूटी पर हूं इसलिए मुझे लगता है कि बाकी सब चीजों के लिए इंतजार किया जा सकता है. विश्व कप एक बहुत ही महत्वपूर्ण अभियान है.' हालांकि भारत 2015 के विश्व कप में सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार कर बाहर हो गया था.