यशराज फिल्मस, संजय लीला भंसाली, करण जौहर, सलमान खान जैसे कई बड़े बैनर वाले प्रोडक्शन हाउस हैं जो स्टार किड्स को या तो अपने पसंदीदा लोगों को लॉन्च करते नजर आते हैं. आज बॉलीवुड में छाए रहने वाले ये स्टार किड की झोली में बिना संघर्ष के ही फिल्म आ गईं.
सलमान खान मशहूर लेखक और डॉयलॉग राइटर सलीम खान के बेटे हैं. उनका परिवार पिछले कई दशकों से बॉलीवुड में जमा हुआ है. ये पिता के नाम का ही असर था कि सलमान को बॉलीवुड में पांव जमाने की जगह मिली. जिसके बाद सलमान ने खुद को बॉलीवुड के एक स्तंभ के रुप में स्थापित किया. अन्यथा सलमान खान की औसत दर्जे की अभिनय क्षमता रुपहले पर्दे पर साफ दिखाई देती है
सलमान खान की ही तरह करण जौहर भी बॉलीवुड के वंशवाद के सबसे बड़े पोषक हैं. क्योंकि वह खुद भी अपने नामचीन डायरेक्टर प्रोड्यूसर पिता यश जौहर की वजह से इंडस्ट्री में हैं. करण के पिता का धर्मा प्रोडक्शन का कभी डंका बजता था. करण ने तो अपने जीवन का उद्देश्य ही बॉलीवुड में नेपोटिज्म को बचाना बना लिया है. वंशवाद के मामले पर उनकी कंगना रनौत से खुलेआम बहस हो चुकी है.
आमिर खान का परिवार भी कई दशकों से बॉलीवुड में सक्रिय है. उन्हें 11 साल की उम्र में ही रुपहले पर्दे पर उतरनेका सौभाग्य मिल गया था. उनके चाचा नासिर हुसैन बडे़ फिल्म डायरेक्टर थे. आमिर के पिता ताहिर हुसैन भी फिल्म निर्माता थे. हालांकि आमिर खान टैलेन्टेड हैं. लेकिन परिवार के नाम की वजह से उन्हें फिल्मों में पांव जमाने का मौका मिला. जो कि अपने आप में बड़ी बात है.
महान अभिनेता सुनील दत्त के बेटे संजय दत्त ने जिंदगी में इतनी गलतियां की हैं कि उनकी जगह कोई होता तो गर्दिशों में खो चुका होता. उनपर ड्रग्स लेने से लेकर अवैध हथिार रखने और अपराधियों से संबंध रखने के भी आरोप लगे. लेकिन एक नामचीन बाप के बेटे होने की वजह से संजय दत्त को अपनी गलतियां सुधारने का मौका मिला. अगर संजय दत्त भी सुशांत सिंह राजपूत की तरह किसी आम परिवार से आते तो उनका क्या अंजाम होता इसका अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं.
सैफ अली खान अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री शर्मिला टैगोर और पटौदी खानदान के नवाब मंसूर अली खान के बेटे हैं. उन्हें बॉलीवुड में पांव जमाने के लिए बहुत से मौके मिले.
सैफ अली खान की पत्नी करीना कपूर पूरे बॉलीवुड में प्रसिद्ध कपूर खानदान की चश्मों चिराग हैं. उन्हें जवानी में पैर रखते ही रिफ्यूजी फिल्म से लांच किया गया था. हालांकि वह अभिनय को लेकर कभी सीरियस नहीं रहीं. लेकिन खानदान के नाम की वजह से बॉलीवुड में उन्हें बहुत मौके मिले.
तुषार कपूर बॉलीवुड में वंशवाद के सबसे घटिया प्रतीक हैं. ये सिर्फ और सिर्फ अपने जमाने के मशहूर अभिनेता जीतेन्द्र के बेटे होने की वजह से हीरो बना दिए गए.
रणवीर सिंह अनिल कपूर के भतीजे हैं. वह सोनम कपूर औऱ रिया कपूर के कजन हैं. इसलिए उन्हें यशराज फिल्म्स में लांच किया गया.
बिहारी बाबू के नाम से मशहूर सोनाक्षी सिन्हा इतने ज्यादा वजन की थीं कि उन्होंने खुद ही कभी नहीं सोचा था कि वह कभी अभिनेत्री बनेंगी. लेकिन वंशवाद के झंडाबरदार सलमान खान की नजर उनपर पड़ी. उन्होंने सोनाक्षी का मेकओवर कराया और दबंग में उन्हें ब्रेक दिया. इसके बाद सोनाक्षी की गिनती इंडस्ट्री की सफल हिरोइनों में होने लगी. भले ही दबंग सीरीज के अलावा सोनाक्षी अपने दम पर कोई भी हिट दे पाने में सफल नहीं हो पाईं.
कपूर और खान परिवारों के अलावा बॉलीवुड में अख्तर आजमी-परिवार का भी बड़ा दखल है. मशहूर गीतकार जावेद अख्तर और अभिनेत्री शबाना आजमी के बेटे फरहान अख्तर फिल्में बनाते बनाते खुद को हीरो के रुप में स्थापित कर चुके हैं. उनके दादा जांनिसार अख्तर भी अपने जमाने के मशहूर गीतकार रहे हैं.
वैसे तो जावेद अख्तर खुद को कम्युनिस्ट बताते हैं लेकिन वंशवाद को आगे बढ़ाने में उन्होंने कभी कोई कोताही नहीं बरती. बेटे फरहान के अलावा उन्होंने अपनी बेटी जोया अख्तर को भी निर्देशन में स्थापित कर दिया है.
सुनील शेट्टी की बेटी आथिया शेट्टी ने फिल्म हीरो से अपने करियर की शुरुआत की.
आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंजोली ने फिल्म हीरो से अपना डेब्यू किया जिसे सलमान खान ने प्रोड्यूस किया.
अनिल कपूर के बेटे हर्षवर्धन कपूर भी फिल्मों में डेब्यू कर चुके हैं.
पूजा वेदी की बेटी आलिया फर्नीचरवाला ने जवानी जानेमन से अपना डेब्यू किया.
वरुण धवन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत स्टूडेंटऑफ द ईयर से की थी जो करण जौहर ने डायरेक्ट की.
जैकी श्रॉफ के बेटे होने की वजह से टाइगर श्रॉफ को आसानी से फिल्में मिलती चली गई.
अनिल कपूर की बेटी सोनम कपूर जिनका पूरा परिवार ही फिल्मों से जुड़ा हुआ है.
शक्ति कपूर की बेटी श्रद्धा कपूर ने फिल्म आशिकी 2 से बॉलीवुड में कदम रखा.
सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान को आसानी से फिल्म मिल गईं.
महेश मांजेरकर सलमान खान के अच्छे दोस्त हैं और दोस्ती निभाते हुए सलमान ने उनकी बेटी सईं को अपनी दबंग 3 में एक्ट्रेस का रोल गिफ्ट कर दिया.
कपूर खानदान के बेटे रणबीर कपूर के लिए यहीं काफी था कि वह कपूर खानदान से तालुकात रखते हैं.
मोसिन बहल की बेटी और नूतन की पोती प्रनूतन को भी आसानी से उनकी डेब्यू फिल्म पल पल दिल के पास मिली.
इंडस्ट्री में कौन नहीं जानता कि कटरीना कैफ पर सलमान खान का हाथ है.
कपूर खानदान का हर बच्चा पहले से ही सोच लेता है कि उसे फिल्मों में जाना है. कुछ ऐसा ही करीना का भी हाल था और करीना को करण जौहर का भी साथ मिलता रहा है.
सनी देओल के बेटे करण देओल ने फिल्म पल पल दिल के पास से अपना डेब्यू किया.
श्रीदेवी और बोनी कपूर की बेटी जाह्नवी कपूर ने धर्मा प्रोडक्शन की फिल्म धड़क से अपना डेब्यू किया.
शाहिद कपूर के भाई इसान खट्टर ने भी फिल्म धड़क से अपना डेब्यू किया.
सलमान खान के जीजा आयुष शर्मा ने सलमान की प्रोडक्शन हाउस फिल्म से लव यात्रि से अपना डेब्यू किया.
बोनी कपूर के बेटे अर्जुन कपूर ने यशराज फिल्म से अपना डेब्यू किया.
चंकी पांडे की बेटी अनन्या ने करण जौहर की फिल्म स्टू़डेंट ऑफ द ईयर 2 से फिल्मों में डेब्यू किया.
महेश भट्ट और सोनी राजदान की बेटी आलिया भट्ट ने करण जौहर की फिल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर से फिल्मों में कदम रखा.