कालीन भैया के किरदार से हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचने वाले एक्टर पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) ने यूं तो कई फिल्मों में बड़ा-छोटा किरदार निभाया लेकिन मिर्जापुर ने उनकी किस्मत बदल दी. आज पंकज टॉप एक्टर में गिने जाते हैं.
एक्टर पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) को आज पूरी फिल्म इंडस्ट्री जानती है लेकिन एक समय ऐसा भी था जब पंकज हर निर्माता-निर्देशक के पास महज फिल्मों में एक छोटे से रोल के लिए जाते थे. पंकज को फिल्मों में नाम बहुत धीरे-धीरे मिला लेकिन जब पहचान मिली तो ऐसी कि हर कोई उनका मुरीद हो गया.
पंकज त्रिपाठी ने फिल्मों में काफी स्ट्रगल किया. कई महीनों तक ऐसा हुआ कि उन्हें कोई काम भी नहीं मिला, जिस समय पंकज अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश कर रहे थे उस समय उनकी पत्नी मृदुला जॉब कर घर संभाल रही थी. मृदुला को इसी वजह से पंकज हाउस ऑफ द मैन भी कहते हैं.
पंकज और मृदुला की प्रेमकहानी की बात करें तो पंकज को सिर्फ मृदुला के बारे में सुनकर ही प्यार करने लगे थे और दोनों की पहली मुलाकात गांव की एक शादी में हुई और इसी मुलाकात के बाद दोनों को प्यार हो गया. पंकज और मृदुला गांव से थे, इसी वजह से दोनों साल में बस दो बार मिल पाते थे. सपनों को पूरा करने से पहले पंकज ने होटल में तो कभी जूतों की दुकान में काम किया. इसी बीच वह दिल्ली के ड्रामा स्कूल में एडमिशन लिया. पंकज मृदुला की मां को पसंद नहीं थे क्योंकि उनके पास कोई अच्छी जॉब नहीं थी.
पंकज जब दिल्ली आए उन्हें लगा मृदुला की शादी हो गई होगी लेकिन पंकज के प्यार में पागल मृदुला उनके साथ रहने के लिए जॉब के बहाने दिल्ली आ गईं और हर कदम में उनका साथ दिया. आखिरकार दोनों ने अपने परिवार को मना लिया और शादी के बंधन में बंधे.
आज इतनी सफलता के बाद भी पंकज त्रिपाठी हर जगह अपनी पत्नी की तारीफ करते हैं और उन्हें श्रेय देते हैं. पंकज और मृदुला की एक बेटी हैं. ये कपल हर किसी को यह सिखाता है कि कैसे प्यार सच्चा हो तो हर मुश्किल परिस्थिति को आसानी से पार किया जा सकता है.