1966 में फिल्म आखिरी खत से हिंदी फिल्मों में कदम रखने वाले सुपरस्टार राजेश खन्ना ने जो मुकाम हासिल की शायद ही किसी दूसरे एक्टर को यह मुकाम मिल सके. राजेश ने कई सुपरहिट फिल्में दी लेकिन उनकी पर्सनल लाइफ भी विवादों से घिरी रही. आज हम बात करेेंगे राजेश खन्ना के अफेयर्स की.
राजेश खन्ना फिल्म इंडस्ट्री के पहले सितारे थे जिन्हें सुपरस्टार का तमगा हासिल हुआ. उनकी एक झलक पाने के लिए लोग बेचैन रहते थे और घंटों इंतजार करते थे.
साल 1965 में राजेश खन्ना को 10 हजार लोगों में से हीरो बनने के लिए चुना गया था. ये उस वक्त का सबसे बड़ा टैलेंट हंट था. जिसमें राजेश खन्ना फाइनल विजेता के तौर पर चुने गए.
राजेश खन्ना ने साल 1969 से 1975 के बीच इतनी ज्यादा सुपरहिट फिल्में दीं कि उस जमाने में पैदा हुए ज्यादातर बच्चों के नाम राजेश रखे गए.
सुपरस्टार अक्षय कुमार राजेश खन्ना के दामाद हैं. अक्षय की पत्नी ट्विंकल राजेश खन्ना की ही बेटी हैं.
राजेश खन्ना नई दिल्ली लोकसभा सीट से 1991 से 1996 तक कांग्रेस पार्टी से सांसद भी रहे. बाद में उन्होंने राजनीति त्याग दी.
राजेश खन्ना के साथ उस दौर के एक और मशहूर कलाकार राजेन्द्र कुमार की दोस्ती मशहूर थी. उस दौर में जब फिल्म इंडस्ट्री में राजेश खन्ना के कई दुश्मन थे. राजेन्द्र कुमार उन्हें हमेशा सच्ची सलाह देते रहे.
फिल्मी परदे पर राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन की दोस्ती सुपरहिट दिखती थी. दोनों ने एक साथ फिल्म आनंद में काम किया था. जो कि अपने जमाने की बेहद सफल फिल्म रही थी.
बाद में राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन ने फिल्म नमकहराम में भी काम किया. लेकिन इसके बाद से दोनों के रिश्तों में तल्खी आ गई.
29 दिसंबर 1942 को पंजाब के अमृतसर शहर में जन्में राजेश खन्ना को उनके माता-पिता ने नहीं बल्कि रिश्तेदारों के द्वारा पालन पोषण किया गया क्योंकि उन्हें बचपन में ही गोद ले लिया गया था.
राजेश खन्ना ने 1966 में फिल्म आखिरी खत से बॉलीवुड में अपना डेब्यू किया. लेकिन राजेश खन्ना को सुपरस्टार का टैग फिल्म अनुराधा से मिला.
राजेश खन्ना के अफेयर की बात करें तो उनका पहला प्यार अंजु महेंद्रु थी. राजेश अंजु के साथ फिल्मों में स्टार बनने से पहले से ही थे लेकिन एक दिन अचानक दोनों का रिश्ता टूट गया. अंजु को फिल्मों में तो पहचान नहीं मिली लेकिन मॉडलिंग और सीरियल में काफी काम किया.
लेकिन कुछ समय बाद ही अंजु और राजेश खन्ना का रिलेशनशिप टूट गया. क्योंकि राजेश खन्ना से अपनी सुपरस्टार लाइफ संभाली नहीं जा रही थी जिसको लेकर अंजु हमेशा उन्हें टोकती रहती थीं.
वर्ष 1969 से 1971 के बीच राजेश खन्ना ने लगातार 15 सोलो सुपरहिट फिल्में दी. जो शायद ही कोई स्टार कर पाएं.
अभिनय के अलावा राजेश खन्ना ने बतौर फिल्म निर्माता भी काम कर चुके हैं लेकिन उन्हें फिल्म निर्माता के रूप में सफलता नहीं मिली.
अंजू के बाद राजेश के जीवन में देवयानी चोबल को डेट किया लेकिन काका का दिल नई अदाकारा डिंपल कपाड़िया पर आ गया.
बिना देर किए डिंपल कपाड़िया ने भी राजेश खन्ना को हां कह दिया क्योंकि उस समय राजेश खन्ना सुपरस्टार थे. मार्च 1973 में दोनों शादी के बंधन में बंधे. पर दोनों की शादी लंबे समय तक चल नहीं पाई.
इसी बीच उनकी जिंदगी में टीना मुनीम आ गई और राजेश को एक बार फिर प्यार हो गया.
डिंपल कपाड़िया के साथ राजेश का रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चल पाया और इसी बीच उनकी लाइफ में टीना मुनीम आ गई. कई सालों तक साथ रहने के बाद टीना को समझ आ गया कि राजेश उनसे शादी नहीं करेंगे जिसके बाद टीना ने ही राजेश खन्ना के साथ दूरी बना ली.
टीना के बाद राजेश खन्ना के जीवन में अनीता आडवाणी आईं. और उन्होंने आखिरी दम तक राजेश का साथ दिया.
कई खबरों की मानें तो दर्जनों हिट फिल्म दे चुके जोड़ी राजेश खन्ना और मुमताज भी काफी क्लोज थे. और जब मुमताज ने शादी कर ली तब राजेश काफी उदास भी रहने लगे थे.
राजेश खन्ना की गंभीरता औऱ मुमताज का चुलबुलापन फिल्मी पर्दे पर दर्शकों को बेहद अच्छा लगता था.
राजेश खन्ना के अफेयर की खबरें शर्मिला टैगोर के साथ भी काफी सुनाई दिए लेेकिन कभी इस बात को दोनों में से किसी ने स्वीकार नहीं किया.
शर्मिला टैगोर यानी सैफ अली खान की मां के साथ राजेश खन्ना की जोड़ी अमर प्रेम जैसी कई फिल्मों में बेहद पसंद की गई.
जिंदगी के आखिरी समय में राजेश ने काफी बदहाली का भी सामना किया. कुछ लोग कहते हैं कि वह सही तरीके से अपने स्टार्डम को संभाल नहीं पाएं.