Ratan Tata Marriage: रतन टाटा की कुंडली में था ये खतरनाक दोष, चार बार शादी होते-होते रह गई!
Ratan Tata Marriage: रतन टाटा को चार बार प्यार हुआ, लेकिन बात कभी शादी तक नहीं पहुंच पाई. इसका बड़ा कारण उनकी कुंडली में छिपा हुआ है. आइए, जानते हैं कि टाटा की कुंडली में ऐसा क्या दोष था, जिस कारण उनकी शादी नहीं हो पाई.
रतन टाटा का निधन
देश के बड़े उद्योगपति रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया. यह औद्योगिक जगत के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. टाटा ने बुधवार रात को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में जीवन की आखिरी सांस ली. टाटा का पार्थिव शरीर मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स हॉल में रखा गया है. यहां पर दोपहर 3.30 बजे तक उनके अंतिम दर्शन किए जा सकेंगे. फिर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा.
रतन टाटा की लव लाइफ
रतन टाटा को एक बार नहीं, बल्कि चार बार प्यार हुआ. लेकिन हर बार उनकी लव स्टोरी अधूरी ही थी. बात शादी तक पहुंचती तो भी मुकम्मल नहीं हो पाती. खुद रतन टाटा कुछ इंटरव्यूज में अपनी शादी नहीं होने को लेकर कई बातें बता चुके हैं. लेकिन सवाल ये उठता है कि चार बार प्यार होने के बाद, शादी तक बात पहुंचने के बाद भी रतन टाटा की शादी क्यों नहीं हुई?
रतन टाटा की कुंडली में विवाह दोष
दरअसल, रतन टाटा की कुंडली में लिखा है कि दांपत्य जीवन के स्वामी बुध पर शनि की वक्र दृष्टि होने से विवाह योग नहीं बन पाया है. विद्वान पंडितों का मानना है कि कुंडली के 7वें घर पर सूर्य की भी दृष्टि पड़ रही है. ये ग्रह ज्योतिष में विच्छेद वाले ग्रह कहे जाते हैं. विवाह होता है तो भी तलाक की स्थिति पैदा हो जाती है.
रतन टाटा की कुंडली
रतन टाटा की कुंडली में शुक्र और बुध के कारण कुलदीपक योग भी बना है. टाटा की कुंडली में शुक्र की वजह से शत्रुहंता योग भी था, जिस कारण रुकावटों के बावजूद उन्हें सफलता मिली. रतन टाटा की कुंडली में सूर्य और चंद्रमा से वरिष्ठ नाम का एक राजयोग भी बना है.
रतन टाटा के निधन पर शोक प्रकट किया
बता दें कि रतन टाटा के निधन पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी शोक प्रकट किया है. उनके पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए काफी भीड़ उमड़ी है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है.)