CWC Meeting : इस साल जून में मिल जाएगा कांग्रेस को नया अध्यक्ष
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
नई दिल्ली: इस साल के मध्य तक कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल सकता है. शुक्रवार को कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडल्यूसी) की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक, कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने मई में संगठन के चुनाव कराने की पेशकश की थी, लेकिन सीडब्ल्यूसी के सदस्यों ने पांच प्रदेशों के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव का आग्रह किया. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘जून, 2021 में कांग्रेस का नया निर्वाचित अध्यक्ष होगा.’
राहुल को दोबारा मिलेगी कमान!
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है. हालांकि बिहार विधानसभा चुनाव और कुछ राज्यों के उप चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पार्टी के सक्रिय अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग उठाई गई थी. इसके लिए गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल जैसे कुछ वरिष्ठ नेताओं ने पत्र भी लिखा था.
वैसे, कांग्रेस नेताओं का एक बड़ा धड़ा लंबे समय से इस बात की पैरवी कर रहा है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को फिर से कांग्रेस की कमान संभालनी चाहिए. कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने हाल ही में कहा था कि कांग्रेस के 99.99 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी फिर से उनका नेतृत्व करें.
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व्हाट्सएप बातचीत मामले की जेपीसी जांच की मांग
सीडब्ल्यूसी (CWC) की बैठक में व्हाट्सएप बातचीत मामले, कृषि कानूनों और कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण के मुद्दों को लेकर तीन अलग अलग प्रस्ताव पारित किए गए. कांग्रेस कार्य समिति ने सरकार से तीनों कृषि कानूनों (Agriculture bills) को निरस्त करने और कोरोना वायरस के टीके लगवा रहे स्वास्थ्यकर्मियों की चिंताओं को दूर करने के लिए आवश्यक उपाय करने और ‘मुनाफाखोरी’ रोकने का आग्रह किया.
व्हाट्सएप (Whatsapp) बातचीत मामले का उल्लेख करते हुए प्रस्ताव में कहा गया है, ‘सरकारी गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन हुआ है तथा राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) से खिलवाड़ भी किया गया है. हम इसकी जेपीसी से जांच कराने की मांग करते हैं. जो लोग भी राजद्रोह के दोषी हैं, उन्हें कानून की जद में लाया जाना चाहिए और सजा दी जानी चाहिए.’
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