राजस्थान की गहलोत सरकार पर `संकट का सोमवार`! बढ़ी मुश्किलें
राजस्थान के सियासी संकट पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई. इस बी कांग्रेस को बीएसपी ने तगड़ा झटका देते हुए 6 विधायकों को व्हिप जारी कर गहलोत सरकार के खिलाफ वोट करने को कहा है..
नई दिल्ली: राजस्थान की सियासत का आज 18वां दिन है. राजस्थान के बागी विधायकों को लेकर स्पीकर की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. आज राजस्थान के अलावा देश के सभी राज्यों के राजभवन के सामने कांग्रेस का प्रदर्शन होगा. इसके अलावा सुबह 11 बजे जयपुर में लोकतंत्र बचाओ-संविधान बचाओ अभियान पर कांग्रेस की सभा होगी. आपको सबसे पहले राजस्थान की सियासत से जुड़ी 5 बड़ी खबरें बताते हैं.
राजस्थान में किसकी 'उड़ान'?
1- स्पीकर की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
2- आज देश भर में राजभवन का घेराव करेगी कांग्रेस
3- अशोक गहलोत का समर्थन नहीं करेगी बीएसपी
4- आज कांग्रेस की लोकतंत्र बचाओ सभा
5- गहलोत 31 जुलाई को विधानसभा सत्र चाहते हैं
सरकार पर संकट का सोमवार?
आज सरकार के लिए संकट का सोमवार है. क्योंकि स्पीकर की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है तो वहीं देशभर में राजभवन के सामने कांग्रेस का प्रदर्शन है. गहलोत ने राज्यपाल को संशोधित प्रस्ताव भेजा है. जबकि कांग्रेस के विरोध में बीएसपी वोटिंग करेगी.
राजस्थान में गहलोत सरकार के सत्ता संघर्ष में हर दिन एक नए संकट की एंट्री हो जाती है. लेकिन गहलोत का अपनी सत्ता बरकार रहने का पूरा भरोसा है. कांग्रेस की कुंडली में सत्ता का योग हर नए दिन के साथ कमजोर होता जा रहा है.
बागी विधायकों ने कुर्सी पर लगाया ग्रहण
मुख्यमंत्री गहलोत की कुर्सी पर पहले बागी विधायक सचिन पायलट ने ग्रहण लगाया फिर वक्री चाल से कांग्रेस के सितारे सत्ता पथ पर कमजोर कर दिए. अब सरकार में सहयोगी रही बीएसपी ने कांग्रेस की कुर्सी पर कालसर्प योग के हालात पैदा कर दिए. लग रहा है कि कांग्रेस की सत्ता का समीकरण फेल होता जा रहा है.
राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी ने अपने 6 विधायकों के लिए व्हिप जारी किया. बीएसपी ने अपने 6 विधायकों आर गुढा, लाखन सिंह, दीप सिंह, जेएस अवाना, संदीप कुमार और वाजिब अली को विधानसभा सत्र के दौरान अविश्वास प्रस्ताव और किसी भी तरह की कार्यवाही की स्थिति में कांग्रेस के खिलाफ वोट देने के निर्देश दिए है.
राजस्थान के बागी विधायकों को लेकर स्पीकर की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. सुनवाई इस बात पर होगी कि क्या स्पीकर के नोटिस के खिलाफ हाईकोर्ट सुनवाई कर सकता है? आज राजस्थान के अलावा देश के सभी राज्यों के राजभवन के सामने कांग्रेस का प्रदर्शन होगा. कल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 31 जुलाई को विधानसभा सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल को संशोधित प्रस्ताव भेज दिया. बीएसपी सरकार के लिए संकट खड़ा कर चुकी है.
कांग्रेस को अपने विधायकों का मन बहलाने के लिए तरह के तरह के इंतजाम करने पड़ रहे हैं. जयपुर के होटल फेयरमाउंट में कांग्रेस के विधायकों को बाहुबली फिल्म दिखाई गई. वहीं पायलट की पलटन ने जब से कांग्रेस को शीर्षपासन कराया है. तब से कांग्रेस ने भी विधायकों को योगा और प्राणायाम कराना शुरु कर दिया है.
गहलोत बेशक पायलट गुट के खिलाफ बयान दे रहे हो लेकिन सचिन पायलट को मनाने की कोशिशे लगातार जारी हैं. एनएसयूआई के कार्यकर्ता पायलट खेमे के नाराज विधायकों के घर पहुंचे और परिवार को गुलाब देकर कांग्रेस में वापस आने का आग्रह किया.
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कांग्रेस आरोप लगा रही है कि सरकार को गिराने की साजिश चल रही है. जिसका जवाब देते हुए बीजेपी कह रही है राजभवन पर आंदोलन राजनीतिक षड्यंत्र है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं, लेकिन पायलट गुट का कोई बयान सामने नहीं आया है.
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