देश में रहकर कोई देश के खिलाफ बयान दे तो उसे बोलने की आजादी कहकर माफ कर दिया जाता है. उसे देश का दुश्मन नहीं कहा जाता है, लेकिन देश की भक्ति करने वालों की भी अब जांच होगी? क्या इसपर भी जांच होगी कि तुमने देश का साथ क्यों दिया? कौन सी राजनीति है?


महाराष्ट्र सरकार की 'गंदी करतूत'


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कृषि कानूनों को लेकर रिआना, मिया खलीफा और ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट पर जो लोग चुप थे, अब उनकी आवाज निकली है. महाराष्ट्र सरकार ने दो भारत रत्न यानी सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर के भारत का समर्थन करने वाले ट्वीट्स की जांच का आदेश दिया है. महाराष्ट्र सरकार टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली, साइना नेहवाल और फिल्म स्टार अक्षय कुमार के ट्वीट की भी जांच करेगी.


ये क्या हो रहा है?


'भारत तेरे टुकड़े होंगे'- चलेगा
'कश्मीर भी मांगे आजादी'- चलेगा
'हाय हाय मोदी मर जा'- चलेगा
'लेकर रहेंगे खालिस्तान'- चलेगा
'जीवे जीवे पाकिस्तान'- चलेगा


लेकिन देशभक्ति नहीं चलेगी


ट्वीट पर विवाद


2 फरवरी 2021 को अमेरिकी सिंगर रिआना ने किसान आंदोलन पर ट्वीट किया. रिआना ने लिखा- हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं? रिआना के ट्वीट पर भारत ने ऐतराज जताया था.


3 फरवरी 2021 को मिया खलीफा ने ट्वीट कर लिखा था कि मानवाधिकार का उल्लंघन हो रहा है. ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया और उन्होंने टूलकिट ट्वीट की.


3 फरवरी 2021 को रिआना, थनबर्ग के ट्वीट पर भारत का ऐतराज जताया. विदेश मंत्रालय ने ट्वीट को गैर जिम्मेदाराना हरकत बताया. MEA ने #IndiaTogether और #IndiaAgainstPropaganda शेयर किये.


3 फरवरी 2021 को ही विदेश मंत्रालय के ट्वीट पर मशहूर हस्तियों की प्रतिक्रिया दी. सचिन, विराट, लता मंगेशकर ने ट्वीट करके देश को एकजुट बताया.


6 फरवरी 2021 को सचिन तेंदुलकर के ट्वीट पर शरद पवार ने नसीहत दी. उन्होंने कहा कि अन्य क्षेत्र के बारे में बोलते हुए सावधानी बरतें.


8 फरवरी 2021 को महाराष्ट्र सरकार ने ये फैसला किया कि मशहूर हस्तियों के ट्वीट की जांच कराएगी.


क्या है पूरा मामला?


रिआना, ग्रेटा, मिया खलीफा के ट्वीट का जवाब दिया गया था. भारतीय सेलिब्रिटी,भारत रत्नों ने ट्वीट कर जवाब दिया था. उद्धव सरकार इन सारे ट्वीट्स की अब जांच करेगी. उद्धव सरकार का कहना है, ये बीजेपी के कहने पर किया गया. सवाल है कि क्या देशभक्ति के ट्वीट करना गलत है?


महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर, विराट कोहली सहित अन्य सितारों द्वारा किए गए ट्वीट की जांच होगी. क्या मोदी सरकार के दबाव में इन सितारों ने ट्वीट किये, इसकी जांच राज्य इंटलिजंस विभाग करेगा. कांग्रेस की शिकायत के बाद महाराष्ट्र सरकार ने जांच के आदेश दिए.


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कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख से ऑनलाइन मुलाकात कर कहा कि रिहाना के ट्वीट के बाद सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर विराट सहित तमाम बड़े सितारों ने जो ट्वीट किया था उसमें कई शब्द कॉमन हैं, जैसे Amicable.. सुनिल शेट्टी ने तो अपने ट्वीट में मुंबई बीजेपी नेता हितेश जैन को टैग किया था. सायना नेहवाल और अक्षय कुमार का ट्वीट एकदम सेम हैं. इन सभी ट्वीट का टायमिंग और पैटर्न देखकर लग रहा हैं की बीजेपी सरकार के दवाब में इन सितारों ने ट्वीट किये होंगे.


कांग्रेस की एक और करतूत


कांग्रेसियों ने अपील करते हुए कहा कि महाराष्ट्र पुलिस इन सितारों को बुलाए और इनका बयान दर्ज कर पता लगाएं कि क्या ये सितारें दबाव में हैं या नहीं? कांग्रेस की शिकायत के बाद गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बयान दिया और कहा कि रिहाना के ट्वीट के बाद सचिन, लता, विराट सहित अन्य सितारों ने जो ट्वीट किया हैं. उसमें पैटर्न हैं, कई शब्द कॉमन हैं. खासकर, सायना और अक्षय का ट्वीट एकदम सेम हैं. इन सभी ट्वीट का टाइमिंग भी कई सवाल खडे कर रहे हैं. इसलिए इसकी जांच की जाएगी. राज्य इंटलिजंस विभाग इसकी जांच करेगा.


महाराष्ट्र कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता और शिकायतकर्ता सचिन सावंत ने कहा कि सचिन, लता सहित इन सभी सितारों ने किसानों की मौत पर कभी कुछ नहीं कहा, इतने दिन से खामोश थे. अचानक सभी ट्वीट करने लगे. इन ट्वीट को देखकर लग रहा है कि बीजेपी सरकार ने दबाव डालकर ये ट्वीट करवाए होंगे.


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सचिन सावंत ने ये भी कहा कि हमने गृहमंत्री को शिकायत की. उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं, अगर बीजेपी अन्य राज्यों की सरकार गिरा सकती हैं तो इनके लिए भारत रत्न पर दबाव डालना कौन सी बड़ी बात हैं. हम सचिन या किसी के विवेक पर सवाल नहीं खड़े कर रहें हैं. वहीं शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी का कहना है कि 'ये वो सितारें है जिनकी पूरे विश्व में फॉलोवर हैं, तो अगर किसी तरीके का दबाव डालकर उनके ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन हो रहे हैं उनको फोर्स किया जा रहा है वो जानना जरूरी है.' इस मुद्दे पर सियासत गरमाती जा रही है. कई सियासतदानों के बयान आ रहे हैं.


राम कृपाल यादव-
बिल्कुल गलत काम किया है, महाराष्ट्र की सरकार का दिमागी. संतुलन को गया है, इन लोगों को अपना इलाज कराना चाहिए.


राम कदम-
कांग्रेस नेताओं और महाराष्ट्र सरकार ने भारत रत्न लता दीदी और सचिन तेंदुलकर का अपमान किया है, वो हाथ जोड़कर उनसे माफी मांगे.


हरीश रावत-
मैनें कहा कि ऐसी चीजों से बचा जाना चाहिए, नागरिक स्वाधीनता का लिबर्टी का बड़ा महत्व है. उसका संरक्षण होना चाहिए.


वहीं BJP नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर उद्धव सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा है कि नीचता की हद है, सत्ता का नशा- अब देश के लिए बोलने वालों को दबाने का कुत्सित षड्यंत्र. विदेशी पोर्न स्टार्स के चरण छूना और भारत रत्न की जांच करना. शर्मनाक


महाराष्ट्र के अमरावती से सांसद नवनीत राणा ने कहा है कि 'राष्ट्रीय नायकों को किसी को साबित करने की जरूरत नहीं है कि वे राष्ट्र के पक्ष में हैं या इसके खिलाफ. यह एक लोकतंत्र है, हम जब चाहें खुद को अभिव्यक्त कर सकते हैं. अगर कोई ट्वीट के आधार पर सेलिब्रिटीज को जज कर रहा है, तो वे भारत विरोधी हैं.'


जब देश की तारीफ होती है तो सवाल पूछे जा रहे हैं, जब कांग्रेसी नेताओं और शिवसेना के नेताओं की तारीफ की जाती है तो वो खुशी से लबरेज हो जाते हैं. ऐसे में सवाल तो उठेंगे ही.


सवाल नंबर 1). महाराष्ट्र में देशभक्ति की जांच क्यों?


सवाल नंबर 2). देश के पक्ष में बात कहना क्या गुनाह है?


सवाल नंबर 3). देश का समर्थन करना क्या कर्तव्य नहीं?


सवाल नंबर 4). देश का साथ देने की क्या आजादी नहीं?


सवाल नंबर 5). देशभक्ति किस धारा के तहत अपराध है?


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