नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से बंगाल की सियासत गरमाई हुई है. ऐसे में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस सियासत को एक नया मोड़ दे दिया है. दरअसल, आज उन्होंने कोलकाता के गीतांजली स्टेडियम में संबोधन करते हुए भाजपा को एक बाहरी पार्टी बताया. इतना ही नहीं, अपने संबोधन में उन्होंने कई गंभीर आरोप भी लगाए.


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भाजपा पर ममता दीदी का आरोप


ममता दीदी ने कहा कि भाजपा (BJP) बंगाल में दंगे कराना चाहती है. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर विश्वविद्यालयों और शैक्षिक संस्थानों को भी तोड़वाने की नीयत रखने को आरोप लगाया.


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चाहे वो अभिजीत बिनायक बनर्जी हो या अमर्त्य सेन, ममता दीदी (Mamata Didi) के अनुसार भाजपा ने बंगाली शिक्षाविदों को भी प्रताड़ित किया है. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अपने संबोधन में कहा कि ‘इतने सालों में इन लोगों ने एक बार भी नेताजी का नाम नहीं लिया. लेकिन अब अचानक से उन्हें नेताजी की याद आ रही है’. इसके साथ ही उन्होंने बंगाल को देश की सांस्कृतिक राजधानी भी बताया.


भाजपा ने बनाया चुनावी हथियार: ममता


भाजपा को बाहरी बताते हुए दीदी ने कहा ‘ये लोग रवींद्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) के बारे में बिना कुछ जाने उन्हे अपने चुनावी हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहें हैं.’


लेकिन बार बार भाजपा को बाहरी बताने वाली दीदी को कोई बताए की चाहे वो भाजपा (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) हों, या अमिताव चक्रवर्ती, दीदी के कई पुराने साथी जिन्होंने उनका साथ छोड़ा है, जैसे शुवेंदु अधिकारी या फिर दीदी के खेमे के 7 विधायक.. ये सभी बंगाली ही हैं. इससे पहले भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह ने भी दीदी के इस आरोप पर पलटवार करते हुए कहा था कि जब ममता दीदी कांग्रेस में थी और उस वक्त जब इंदिरा गांधी बंगाल आती थी, तो क्या वो उन्हें भी बाहरी कहकर बुलाती थी? अमित शाह ने दीदी को लताड़ लगाते हुए कहा था कि बंगाल में लोकतंत्र बचा ही नहीं है, हमारे 130 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है.


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पश्चिम बंगाल में अगले साल चुनाव विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में दीदी की बौखलाहट को समझा जा सकता है. भारतीय जनता पार्टी के सभी दिग्गज नेताओं ने बंगाल के लिए मिशन 200 का लक्ष्य रखा है. इस बार की लड़ाई दीदी के लिए आसान नहीं होगी. दीदी को ये समझ लेना चाहिए कि उनके लिए सबसे बड़ा गड्ढा TMC के बागी नेता ही खोद रहे हैं.


पश्चिम बंगाल (West Bengal) में मई 2021 से पहले चुनाव होना है. हर महीने अमित शाह से लेकर जेपी नड्डा बंगाल में शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं, दीदी के TMC को कमजोर कर रहे हैं. इसलिए ममता बनर्जी और उनकी TMC के लिए इस बार का चुनाव सबसे बड़ी चुनौती साबित होने वाला है. लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने दीदी के खेमे को अपनी ताकत दिखा दी थी, शायद यही वजह है कि इस बार दीदी ने ‘बाहरी Vs  बंगाल’ के मुद्दे को हवा देने की कोशिश की है.


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