Commonwealth Games 2022: टोक्यो ओलंपिक में भारत को एथलेटिक्स का गोल्ड मेडल जिताने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा चोटिल होकर 22वें राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर हो गये हैं. राष्ट्रमंडल खेलों में उन्हें भारत की ओर से एथलेटिक्स का नेतृत्व करना था और ओपनिंग सेरेमनी के दौरान भारतीय दल का ध्वजवाहक बनना था. हालांकि विश्वएथलेटिक्स चैम्पियनशिप के फाइनल में लगी चोट के चलते वो ग्रोइन इंजरी का शिकार हो गये हैं और पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गये हैं. ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि ओपनिंग सेरेमनी के दौरान अब भारतीय दल के ध्वजवाहक कौन बनेंगे.


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नीरज चोपड़ा की जगह मनप्रीत सिंह बने ध्वजवाहक


भारतीय ओलंपिक संघ ने इस बात का ऐलान करते हुए साफ किया है कि वो बर्मिंघम खेलों की ओपनिंग सेरेमनी के दौरान ध्वजवाहक बनने का सम्मान दो बार की ओलंपिक पदक विजेता और शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह को दे रहे हैं. नीरज चोपड़ा के चोटिल होने के बाद हॉकी कप्तान मनप्रीत सिंह का नाम दूसरे ध्वजवाहक के रूप में जोड़ा गया क्योंकि आयोजकों ने सूचित किया कि प्रत्येक देश के लिए दो ध्वजवाहक उतारना अनिवार्य है जिसमें एक पुरुष और एक महिला होगी. मनप्रीत की अगुआई में पिछले साल भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था. 


भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने विज्ञप्ति में कहा, ‘मनप्रीत को दूसरे ध्वजवाहक के रूप में शामिल करने का फैसला किया गया क्योंकि बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति ने आईओए को सूचित किया कि उद्घाटन समारोह के लिए प्रत्येक देश का दो ध्वजवाहकों को नामित करना जरूरी है जिसमें एक महिला और एक पुरुष होगा.’ 


इन खिलाड़ियों के बीच थी स्पर्धा


भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने फिर तीन महिला खिलाड़ियों की सूची में से सिंधू का चयन किया. इसमें दो अन्य खिलाड़ी तोक्यो ओलंपिक पदक विजेता - वेटलिफ्टर मीराबाई चानू और मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन थीं. आईओए ने फैसला करने से पहले इन दोनों के नाम पर भी विचार किया था. 


सिंधू ने कहा, ‘इतने बड़े समारोह में दल की अगुआई करना और तिरंगा थामने की जिम्मेदारी दिये जाना बहुत सम्मान की बात है. मैं बहुत खुश हूं और मैं दल के अपने सभी साथियों को खेलों के लिये शुभकामनायें देती हूं. मुझे ध्वजवाहक चुनने के लिये मैं आईओए का भी धन्यवाद देना चाहूंगी.’ 


ओलंपिक में खत्म किया 41 साल का सूखा


ध्वजवाहक चुनने के लिए आईओए ने चार सदस्यीय समिति बनाई थी जिसमें महासचिव राजीव मेहता, कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडे और भारतीय टीम के मिशन प्रमुख राजेश भंडारी को भी शामिल किया गया था. मुक्केबाज अमित पंघाल और टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरत कमल भी तीन पुरुष दावेदारों की सूची में शामिल थे लेकिन समिति ने सम्मान के लिए मनप्रीत को चुना. 


आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष अनिल खन्ना ने कहा, ‘मनप्रीत सिंह ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी के ओलंपिक पदक के 41 साल के सूखे को खत्म किया. वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे शानदार खिलाड़ियों में से एक हैं. हमें उन्हें और सिंधू को दो ध्वजवाहक के रूप में नामित करने की खुशी है जो कल बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रों की परेड के दौरान भारतीय दल की अगुआई करेंगे.’ 


महिला खिलाड़ियों का सबसे बड़ा दल ले रहा है हिस्सा


सिंधू गोल्ड कोस्ट में 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भी ध्वजवाहक थीं जबकि मनप्रीत टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भारत के दो ध्वजवाहकों में से एक थे. राष्ट्रमंडल खेलों के इस 2022 चरण में खेलों के इतिहास में महिला खिलाड़ियों का सबसे दल हिस्सा ले रहा है. भारतीय दल प्रमुख भंडारी ने कहा कि गुरूवार को होने वाले उद्घाटन समारोह में देश के दल के अधिकतम 164 प्रतिभागी हिस्सा ले सकते हैं. भारत के कुल 215 खिलाड़ी राष्ट्रमंडल खेलों में भाग ले रहे हैं.


उन्होंने कहा, ‘164 में खिलाड़ी और टीम अधिकारी शामिल होंगे. अंतिम सूची आज शाम को तैयार हो जायेगी जो खिलाड़ियों की उपलब्धता पर निर्भर करेगी.’


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