IND vs AUS 4th Test: इंदौर की जीत के बाद मजबूत हैं ऑस्ट्रेलिया के हौसले, कंगारू कोच ने बताया आखिरी टेस्ट में जीत का प्लान
IND vs AUS 4th Test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज का चौथा मैच अहमदाबाद के मैदान पर खेला जाना है जिसमें जीत हासिल कर भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्का करना चाहेगा.
IND vs AUS 4th Test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज का चौथा मैच अहमदाबाद के मैदान पर खेला जाना है जिसमें जीत हासिल कर भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्का करना चाहेगा. वहीं पर सीरीज में 2-1 से पीछे चल रही ऑस्ट्रेलिया की टीम भी जीत हासिल कर श्रृंखला को ड्रॉ करना चाहेगी. हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम के हेड कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने साफ किया है कि इंदौर टेस्ट में मिली जीत के बाद खिलाड़ियों के हौसले काफी बुलंद हैं.
इंदौर की जीत के बाद बढ़े टीम के हौसले
कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने इस बात को स्वीकार किया है कि अगर भारतीय टीम को उसकी घरेलू परिस्थितियों में चुनौती देनी है तो किसी भी टीम को खेल के हर विभाग में परफेक्ट होने की जरूरत होती है और इंदौर में मिली जीत इस बात को बयां करती है कि वो इस दौरे पर जो कुछ भी सोचकर आये थे उसका दोगुना उन्हें मिल चुका है.
उल्लेखनीय है कि चार मैचों की श्रृंखला के शुरुआती दो टेस्ट को तीन दिनों के अंदर हार कर बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला गंवाने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम ने इंदौर टेस्ट मैच में शानदार वापसी की. टीम ने पहली गेंद से ही स्पिनरों की मददगार पिच पर भारत को नौ विकेट से करारी शिकस्त दी.
भारत में हम परफेक्शन के करीब
‘ईएसपीन क्रिकइंफो’ से बात करते हुए मैकडॉनल्ड ने कहा, ‘आप जब भारत में खेलते हैं तो सफलता के लिए आपको संपूर्णता (परफेक्शन) हासिल करनी होती है उसके आसपास होना पड़ता है. मुझे लगता है 11 रनों के भीतर छह विकेट गंवाने के अलावा हम उस मैच में उस संपूर्णता के करीब रहे.’
उपमहाद्वीप में खेलना सीख रहे हैं ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी
मैकडॉनल्ड ने कहा कि टीम के मुख्य खिलाड़ी उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में खेलने के बारे में सीख रहे है और इससे भविष्य में उन्हें बड़ी सफलता मिलेगी.
उन्होंने कहा, ‘ उपमहाद्वीप में हर खिलाड़ी की यात्रा कही से शुरू होती है और मुझे विश्वास है कि खिलाड़ियों का एक समूह है, जो अगली बार अधिक अनुभव के साथ यहां आयेगा और चुनौतियों के लिए तैयार होगा. उपमहाद्वीप के इस भाग (भारत) में अन्य हिस्सों की तुलना में अलग तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.’
सिर्फ एक खराब सेशन की वजह से हारे दिल्ली टेस्ट
कोच का मानना है कि दिल्ली में अगर एक सत्र में टीम ने खराब क्रिकेट नहीं खेला होता तो ऑस्ट्रेलिया के पास इस बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने का मौका होता. कोच ने इस बात को भी माना कि इंदौर में टीम को किस्मत का भी साथ मिला.
उन्होंने कहा, ‘मार्नुस (लाबुशेन) नो बॉल पर बोल्ड हुए थे. इसके अलावा हमने अवसरों को भी बखूबी भुनाया. उस्मान (ख्वाजा) ने उड़ते हुए कैच लपका. लेग स्लिप पर (स्टीव) स्मिथ के कैच ने इस मुकाबले को जीतने में बड़ा योगदान है. दिल्ली टेस्ट से यदि हम तुलना करें तो स्मिथ ने पहली स्लिप और मैट रेनशॉ ने लेग स्लिप पर एक-एक कैच टपका दिया था. एक घंटे के खराब खेल से हमने सब कुछ गंवा दिया. अच्छा क्रिकेट खेलने के बावजूद हमें इसकी कीमत टेस्ट मैच गंवा कर चुकानी पड़ी.इस दौरे के लिए हमने जो सोचा था इंदौर में उसका दोगुना हासिल करने में सफल रहे.’
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