नई दिल्लीः टी20 वर्ल्ड कप का 30वां मुकाबला भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया. 30 अक्टूबर को पर्थ की सरजमीं पर हुए इस मैच में भारत को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. टी20 वर्ल्ड के लगातार दो मुकाबले जीतने के बाद टीम इंडिया को लगा यह पहला झटका है. इस पहले झटके के साथ ही टीम के सेमीफाइनल में पहुंचने पर संदेह उत्पन्न हो गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अंतिम ओवर में 6 रनों की थी जरुरत
भारत-साउथ अफ्रीका मुकाबले के अंतिम ओवर में अफ्रीकी टीम को जीत के लिए 6 रनों की जरुरत थी. मैच में अंतिम ओवर करने आए भुवनेश्वर कुमार रन बचाने में नाकाम रहे और अफ्रीकी टीम ने 19.4 ओवर में ही जीत हासिल कर लिया.


रन बचाने में भुवनेश्वर कुमार रहे असफल
आपको बता दें कि क्रिकेट के इतिहास में अंतिम ओवर में इतने कम रन बचाना टीम इंडिया के सामने यह कोई पहली चुनौती नहीं थी, बल्कि टीम इंडिया ऐसे कई मौकों पर जीतने में सफल रही है. भारतीय गेंदबाज कई बार ऐसे मौकों पर कम रन बचाने में सफल रहे हैं, लेकिन टी20 वर्ल्ड कप के इस मुकाबले में भुवनेश्वर कुमार ऐसा करने में असफल रहे.


इस खबर में हम आपको कुछ ऐसी ही परिस्थितियों से रूबरू कराने वाले हैं, जब टीम इंडिया ऐसे कई मौकों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही.


इन मौकों पर टीम इंडिया ने हासिल की जीत 


टी20 वर्ल्ड कप 2016 IND vs BAN: भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए इस मुकाबले में बांग्लादेश को आखिरी ओवर में 11 रन की जरूरत थी. तब टीम के तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपना विश्वास हार्दिक पांड्या पर जताया था, और पांड्या धोनी के विश्वास पर खरे भी उतरे थे.


ओवर के पहले गेंद पर महमदुल्लाह ने 1 रन लिया, वहीं दूसरी और तीसरी गेंद पर मुशफिकुर रहीम ने लगातार दो चौका लगाकर जबरदस्त सेलिब्रेशन भी किया था. अब यहां से बांग्लादेश को 3 गेंद पर सिर्फ 2 रन बनाने थे, लेकिन चौथी ही गेंद पर रहीम बड़े शॉट खेलने के चक्कर में कैच थमा बैठे. साथ ही पांचवीं गेंद पर महमदुल्लाह भी आउट हो गए. अब बांग्लादेश को आखिरी गेंद पर 2 रनों की जरूरत थी. बांग्लादेशी बल्लेबाजों ने अंतिम गेंद पर जैसे ही एक रन लेकर मैच को टाई करने की कोशिश की, कि तब तक महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें रन आउट कर दिया.


टी20 वर्ल्ड कप 2007 ग्रुप स्टेज IND vs PAK: वर्ल्ड कप के इस मुकाबले में पाकिस्तान को अंतिम ओवर में 12 रनों की जरूरत थी. तब टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गेंदबाजी के लिए श्रीसंत को बुलाया था.


मिस्बाह ने श्रीसंत के उस ओवर की दूसरी और चौथी गेंद पर चौका लगाकर भारतीय फैंस को खामोश कर दिया. पहली 4 गेंदों पर ही 11 रन बनाकर पाकिस्तान ने मैच टाई करा लिया था और जीत के लिए उन्हें अगली दो गेंद पर सिर्फ 1 रन की जरूरत थी, लेकिन पांचवी गेंद मिस्बाह बीट करके आखिरी गेंद पर रन आउट हो गए. इस दौरान भारत ने बॉल आउट में मैच अपने नाम कर लिया.


टी20 वर्ल्ड कप 2007 फाइनल मैच IND vs PAK: वर्ल्ड कप के इस फाइनल मैच में पाकिस्तान को जीत के लिए अंतिम ओवर में 13 रन चाहिए थे. इस दौरान टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गेंदबाजी का दारोमदार जोगिंदर शर्मा को सौंपा था.


ओवर की पहली गेंद वाइड रही, लेकिन दूसरी गेंद पर जोगिंदर शर्मा ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को एक भी रन नहीं लेने दिया. तीसरी गेंद पर मिस्बाह उल हक ने छक्का जड़ दिया. अब पाकिस्तान को मैच जीतने के लिए 6 रनों की जरूरत थी, लेकिन अगली ही गेंद पर मिस्बाह कैच आउट हो गए. इसके बाद टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप का पहला खिताब अपने नाम कर लिया. 


ये भी पढ़ें- IND vs BAN: भारतीय खिलाड़ियों का हो गया ऐलान, पुजारा और जडेजा को मिली जगह



Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.