नई दिल्ली: भ्रष्टाचार के मामले में देश छोड़ कर भागने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व आयुक्त ललित मोदी के लिए धर्मशाला और नागपुर जैसे शहरों में मर्सिडीज की एस-क्लास कारों का विशेष तौर पर इंतजाम करना पड़ा था क्योंकि इन शहरों में यह कार उपलब्ध नहीं थी और वह किसी अन्य कार में सवारी नहीं करना चाहते थे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दिल्ली से मंगाई जाती थीं स्पेशल कारें


एक नयी पुस्तक ‘मेवरिक कमिश्नर: द आईपीएल-ललित मोदी सागा’ में लेखक बोरिया मजूमदार ने यह दावा किया कि ललित मोदी जब आईपीएल मैच के लिए धर्मशाला गये थे तो उनके कार्यालय ने दिल्ली से उनके लिए मर्सिडीज की एस क्लास कारें भेजी.


ये कारें धर्मशाला में उनके विमान से उतरने से पहले वहां पहुंच गयी थी. मजूमदार ने एक और घटना का जिक्र करते हुए लिखा है कि जब मोदी मई 2010 में देश छोड़ चुके थे, तो एक होटल ने बीसीसीआई को एक बिल राशि भेजी थी जो कि बकाया थी और तब बोर्ड ने उनके बिल को भरने से मना कर दिया था. 


लेखक के अनुसार, ये कुछ उदाहरण हैं जिससे पता चलता है कि कई लोग आईपीएल से क्यों नफरत करते रहे. उनका कहना है कि क्रिकेट की बढ़ती ब्रांड वैल्यू के बावजूद इसमें ग्लैमर और ऐश्वर्य का अश्लील प्रदर्शन हमेशा लोगों की आंखों में धूल झोंकने वाला था. 


बेवजह पैसा खर्च करते थे ललित मोदी


लेखक के मुताबिक कि ललित अपनी सफलता के खुद शिकार हो गये. उनका मानना था कि ग्लैमर और ऐश्वर्य के बिना यह लीग नहीं चल पायेगी. आईपीएल के पहले दो सत्र की सफलता के बाद वह अपने शौक को पूरा करने में बेवजह का खर्च कर रहे थे. 


उन्होंने लिखा,‘‘ललित  एक मैच को देखने के लिए धर्मशाला गये थे. उनके कार्यालय ने दिल्ली से दो एस-क्लास मर्सिडीज कारें बुक की थीं, जो विमान से उनके उतरने से पहले वहां पहुंच गयी थी. हिमाचल में एस क्लास मर्सिडीज कार नहीं थी ऐसे में दिल्ली से उसे भेजा गया. ऐसा ही वाकया नागपुर में हुआ. जब वह शशांक मनोहर से मिलने गये थे. नागपुर में इस तरह की कोई कार नहीं थी, इसलिए ललित के लिए हैदराबाद से कार बुक कर के नागपुर भेजी गयी.’’   


5 स्टार होटल में ललित मोदी बुक कराते थे पूरा फ्लोर


उनकी फिजूलखर्ची का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता था कि वह पंचतारा होटल में पूरी फ्लोर (मंजिल) अपने इस्तेमाल के लिए बुक (आरक्षित) करवाते थे और किसी के पास भी उनसे यह सवाल करने की हिम्मत नहीं थी कि यह उनके अपने खर्च से हो रहा या बीसीसीआई के पैसे से. लेखक ने हालांकि कहा कि मोदी ने आईपीएल को बीसीसीआई के लिए ‘सोने के अंडे देने वाली मुर्गी’ की तरह का ब्रांड बना बना दिया.


ये भी पढ़ें- न टीम इंडिया में वापसी की गुंजाइश और न मिली ट्रॉफी, डूबता जा रहा 'जूनियर सचिन' का करियर


उन्होंने कहा कि आईपीएल बनाने में, ललित मोदी ने भारत और उसके बाहर क्रिकेट को एक नया जीवन दिया. क्रिकेटरों को एक नयी पहचान मिली और विपणक को निवेश का एक नया अवसर मिला. प्रसारकों को एक जादुई उत्पाद मिला और बीसीसीआई को ‘सोने के अंडे देने वाली मुर्गी’ मिली.



Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.