कोरोना वायरस से `संक्रमित` भारत के बाजार! भारत में महंगी होंगी दवाईयां और पिचकारी?
कोरोना वायरस से जुड़ा एक बड़ा सवाल सामने आ रहा है. क्या कोरोना वायरस वाकई चीन की लैब से निकला? लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि इस वायरस के चलते भारत को भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
नई दिल्ली: एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन के कुछ वैज्ञानिक अब मान रहे हैं कि इस वायरस का जन्म वुहान के फिश मार्केट से कुछ ही दूरी पर स्थित सरकारी रिसर्च लैब में हुआ है. चीन की सरकारी साउथ चाइना यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के मुताबिक वुहान सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल में ऐसे वायरस का जन्म हो सकता है.
कोरोना वायरस से 'संक्रमित' भारत के बाज़ार
इसके पीछे कारण बताया गया है कि लैब में ऐसे जानवरों को रखा जाता है. जिनसे ऐसी बीमारियां फैल सकती हैं. इस लैब में 605 चमगादड़ रखे गए थे. जिसके जरिए कोरोना वायरस के फैलने की आशंका जताई जा रही है. अगर ये सच है तो चीन का अपना एक्सपेरीमेंट उसे भारी पड़ा है और चीन में आज की तारीख में 1900 लोगों की अपनी जान गंवानी पड़ी है.
भारत में महंगी होंगी दवाईयां?
चीन खामियाजा भुगत रहा है लेकिन असर भारत पर भी पड़ा है. आप यूं समझिए कि भारत में दवाईयां महंगी हो सकती हैं. यहां तक कि होली की पिचकारी के दाम भी बढ़ सकते हैं.
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भारत की दवा मार्केट पर कोरोना वायरस का असर पड़ा है. अगर एक महीने में चीन से आयात शुरू नहीं हुआ तो रिटेल मार्केट में दवाईयों के दाम 4 गुना तक बढ़ सकते हैं. एंटीबॉयोटिक्स, एंटी डायबिटिक, स्टेरॉयड, हॉर्मोन्स और विटामिन की दवाएं महंगी हो सकती हैं.
होली में बढेंगे पिचकारी के भी दाम?
बात सिर्फ दवाओं की ही नहीं है, होली करीब है, और चीन में कोरोना वायरस के चलते भारत में पिचकारी भी महंगी हो सकती है. भारतीय बाजारों में 90 फीसदी पिचकारियां और रंग चीन से आते हैं. लेकिन कोरोना के चलते
ये आपूर्ति अभी बंद है, इसलिए भारत में पिचकारियों की कीमत 50 फीसदी तक बढ़ सकती है.
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भारतीय बाजार में अधिकतर सामान चीन के हैं. जानकारों की मानें तो दवा और पिचकारी के अलावा, इलेक्ट्रिक मशीनरी, मैकेनिकल एपलाइंसेज, ऑरगैनिक कैमिकल और प्लास्टिक उद्योग पर भी कोरोना का खतरा मंडराने लगा है.
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