नई दिल्ली.   ये छोटा सा समाचार उस महिला से जुड़ा है जिसके पास एक फ़ोन था और जिसका हाथ काटना पड़ा. वजह बहुत छोटी सी है और बहुत आम भी है. इस महिला का हाथ काटना पड़ा है क्योंकि वह ज़रूरत से ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल करती थी. 



 


मोबाइल फ़ोन फैलता है रेडिएशन     


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लोग कहते हैं मोबाइल बिन सब सून. ज़िंदगी में मोबाइल फ़ोन के बिना कुछ काम नहीं हो सकता. लेकिन ये बात कोई या तो जानता नहीं या जान कर भी कहता नहीं कि ये तकनीक का अभिशाप भी है क्योंकि मोबाइल फ़ोन विकिरण अर्थात रेडिएशन का भी एक अनवरत स्रोत है. हर बार जब हम फोन अपने हाथों में लेते हैं, हम रेडिएशन के संपर्क में आते हैं. 
 
ज्यादा इस्तेमाल खतरनाक है 


आज के दौर में लोग मोबाइल फोन के लिए मरे जा रहे हैं किसी को स्मार्ट फ़ोन चाहिए तो कोई मजबूरी में फीचर फ़ोन से ही काम चला रहा है. किसी को महंगा फ़ोन चाहिए तो किसी को बस आई फोन ही चाहिए. इन लोगों में अगर आप नहीं है तो ये खबर आपके लिए नहीं है. हर वो व्यक्ति जो मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल कर रहा है उसको पता होना चाहिए कि हाथ काटना पड़ जाता है मोबाइल फ़ोन के ज्यादा इस्तेमाल से.



 


नाम है एमी लॉरी 


इस दुर्भाग्यपूर्ण सच्ची कहानी की नायिका है एमी लॉरी जो आयरलैंड में रहती है. लेकिन अब वो अपनी बाकी की ज़िन्दगी इस अफ़सोस के साथ गुजार रही है कि आखिर उससे ऐसी गलती कैसे हो गई, क्यों उसने मोबाइल फ़ोन का इतना ज्यादा इस्तेमाल किया कि इस्तेमाल करने वाला उसका हाथ ही आज उसका नहीं रहा. पैंतीस वर्षीया एमी लॉरी के हाथों में दो साल पहले वर्ष 2018 में सूजन हो गई जिसको उसने नजरअंदाज कर दिया. कुछ समय बाद उसके हाथ में फोड़े होने लगे और बहुत दर्द होने लगा. डॉक्टरी जांच कराई तो पता चला कि ज्यादा मोबाइल चलाने के कारण उसे कैंसर हो गया था. चूंकि हाथ के माध्यम से कैंसर शरीर में फैल सकता था इसलिए डॉक्टर्स को एमी का दाहिना हाथ काटना पड़ा है. 


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