नई दिल्ली: Mumps Outbreak In Children: देश में बीते कुछ समय से छोटे बच्चों में गलसुआ या मंप्स की बीमारी फैल रही है. इस बीमारी के मामले देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में काफी ज्यादा देखने को मिली है. ऐसे में अपने बच्चे को लेकर थोड़ा सा एक्स्ट्रा केयरिंग होना बेहद जरूरी है. वहीं मंप्स के लगातार बढ़ते मामले पेरेंट्स को चिंता में भी डाल रहे हैं. बता दें कि मंप्स एक वायरल इफेक्शन है, जो रूबेला वायरस फैमिली के पैरामायोक्सो वायरस की वजह से फैलता है. यह इंफेक्शन बुखार के साथ शुरू होकर कान के आस-पास वाली जगहों पर सूजन पैदा करता है. सूजन के कारण इसमें बेहद तेज दर्द भी होता है. 


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क्या है मंप्स? 
गलसुआ यानी मंप्स नाम के इस वायरल इंफेक्शन में लार ग्रंथियों पर बुरा असर पड़ता है. इस इंफेक्शन के कारण बच्चों के कान के नीचे मौजूद पैरोटिड ग्रंथियों में दर्दनाक सूजन आ जाती है. आमतौर पर यह 2-12 साल के बच्चों को प्रभावित करता है, लेकिन कई बार वैक्सीन लगाने के बावजूद भी बड़े इसकी चपेट में आ जाते हैं. मंप्स के लक्षण आमतौर पर 14-25 दिनों में देखने को मिलते हैं. 


मंप्स के लक्षण 


मंप्स की समस्या होने पर बच्चे की मांसपेशियों में बेहद तेज दर्द होने लगता है. इससे मांसपेशियां कमजोर भी हो जाती है. 


इस वायरल संक्रमण होने पर बच्चे को तेज बुखार के साथ ही सिरदर्द की समस्या भी होती है. 


मंप्स होने पर सबसे पहला असर कान के नीचे मौजूद पैरोटिड ग्रंथियों पर पड़ता है. यह सूजने लगती हैं और इनमें तेज दर्द भी होता है. इससे बच्चे को सुनने में भी परेशानी हो सकती है. 


इस समस्या के चलते बच्चे को भूख का एहसास नहीं होता है और उसके शरीर में दिनभर थकान भी होने लगती है.  


मंप्स से कैसे करें बचाव 


मंप्स से बचाने के लिए अपने बच्चे को MMR VACCINE जरूर लगवाएं. 


बच्चे में मंप्स महसूस होने पर आप बर्फ या फ्रोजन मटर से प्रभावित जगह पर सिकाई कर सकते हैं. 


अगर घर में किसी बच्चे को मंप्स की समस्या है तो उसे कम से कम 7 दिन तक आइसोलेट करके रखें क्योंकि यह संक्रमण दूसरे बच्चे को भी फैलता है. 


मंप्स की समस्या होने पर बच्चे को खट्टा न खिलाएं. इससे उनकी समस्या और बढ़ सकती है. 


बच्चे में इस बीमारी का पता चलते ही उसे डॉक्टर के पास ले जाएं और उचित इलाज करवाएं. 


Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.  


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