145 दिन बाद कारगिल और लद्दाख में भी इंटरनेट शुरू
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद हालात बिल्कुल सामान्य होते जा रहे हैं. यही वजह है कि 370 हटाये जाने के 145 दिन बाद यहां इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है. साथ ही अर्धसैनिक बलों की 72 टुकड़ियों को हटाने का फैसला किया गया.
नई दिल्ली: कश्मीर अब धीरे धीरे पूरी तरह सामान्य हो रहा है. आज 145 दिन बाद कारगिल और लद्दाख में इंटरनेट शुरू कर दिया गया. श्रीनगर में एक फुटबॉल मैच भी खेला गया जिसे देखने के लिए 6 हजार लोग देखने आए.
कश्मीर और कारगिल में अमन की 'घंटी'
ये कश्मीर के गुलजार होने वाली तस्वीरें हैं. अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी में जिदंगी पटरी पर लौट चुकी है. नये कश्मीर के साथ घाटी की हवा भी बदल चुकी है. घाटी के हालात काफी हद तक सामान्य हो चुके हैं. नये कश्मीर में अमन और खुशहाली नजर आ रही है.
कश्मीर से ज्यादातर पाबंदियां खत्म हो चुकी है. करीब 4 महीने बाद लद्दाख के कारगिल में इंटरनेट सर्विस शुरू हो चुकी है. घाटी के बाज़ार में भीड़ बढ़ने लगी है. हर तरफ रौनक नजर आ रही है. कश्मीर से सुरक्षा कम करने की है. गृह मंत्रालय ने अभी हाल ही में जम्मू और कश्मीर से सुरक्षा कम करते हुए अर्धसैनिक बलों की 72 टुकड़ियों को हटाने का फैसला किया. जम्मू-कश्मीर से 7 हजार से ज्यादा जवान अब निकल जाएंगे. इसके अलावा TRC मैदान पर अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार फुटबॉल मैच खेला गया है. मैच के दौरान करीब 3 हजार से ज्यादा फैंस मौजूद थे.
145 दिन बाद मोबाइल पर इंटरनेट चालू
अनुच्छेद 370 हटने के बाद लद्दाख में एहतियातन इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई थी. लेकिन कारगिल में तकरीबन 4 महीने बीते शुक्रवार से मोबइल इंटरनेट सेवा और ब्रॉडबैंड को फिर से चालू किया गया. 145 दिन बाद मोबाइल पर नेट चालू होने से लोग खुश नजर आ रहे हैं. जम्मू में भी ब्रॉडबैंड को बहाल कर दिया गया है, जबकि इंटरनेट सर्विस बंद है. हालांकि कश्मीर में अभी भी ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट दोनों बंद हैं.
कारगिल में अमन की 'घंटी' बजी
श्रीनगर में करीब 4 महीने बाद फुटबॉल मैच खेला गया है. अगस्त में आर्टिकल 370 हटने के बाद ये पहला बड़ा मैच था. मैच में रियल कश्मीर ने चेन्नई सिटी को 2-1 से हराया हराया है. मैच के दौरान 3 हजार फैंस मौजूद रहे. तापमान माइनस था, फिर भी महिलाएं और बच्चे रियल कश्मीर टीम का हौसला बढ़ाया. कुछ फैंस कुपवाड़ा से भी मैच देखने पहुंचे थे.
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