क्या बढ़ने वाली है आपके लोन की EMI? जानें कब होगी आरबीआई की मौद्रिक नीति की घोषणा

अगर आपने भी लोन लिया है, तो जान लीजिये आप की EMI बढ़ने वाली है, 8 फरवरी को RBI की ओर से मॉनिटरी पॉलिसी की घोषणा की जाएगी. आम से लेकर खास हर आदमी के मन में बस एक ही सवाल है कि क्या RBI गवर्नर शक्तिकांत दास आम आदमी को राहत देते हुए ब्याज दरों में कमी करेंगे या फिर 2022 की तरह ही आम आदमी को 2023 में भी ब्याज दरों के बढ़ते रेट का बोझ उठाना पड़ेगा.

Written by - Avdhesh Chauhan | Last Updated : Feb 7, 2023, 09:46 PM IST
  • RBI की ओर से होगी मॉनिटरी पॉलिसी की घोषणा
  • 2023 में भी ब्याज दरों के बढ़ते रेट का बोझ उठाना पड़ेगा?
क्या बढ़ने वाली है आपके लोन की EMI? जानें कब होगी आरबीआई की मौद्रिक नीति की घोषणा

नई दिल्ली: देश और दुनिया में  महंगाई ने सभी देशों के रिजर्व बैंकों को परेशान कर रखा है. हर देश के रिजर्व बैंक इस पर काबू पाने के लिए दिन बा दिन अपनी ब्याज दरों में वृद्धि कर रहे हैं, लेकिन फिर भी महंगाई काम होने का नाम नहीं ले रही है. कल बुधवार को RBI मॉनिटरी पॉलिसी की घोषणा होनी है. आम से लेकर खास हर आदमी के मन में बस एक ही सवाल है कि क्या RBI गवर्नर शक्तिकांत दास आम आदमी को राहत देते हुए ब्याज दरों में कमी करेंगे या फिर 2022 की तरह ही आम आदमी को 2023 में भी ब्याज दरों के बढ़ते रेट का बोझ उठाना पड़ेगा.

25 बेसिस पॉइंट बढ़ सकता है रेपो रेट!
विशेषज्ञों द्वारा कयास लगाए जा रहे है कि  रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की बढ़त की जा सकती है. विशेषज्ञों का मानना है भले ही भारत में महंगाई अभी काबू में नजर आ रही हो, लेकिन वैश्विक स्तर पर रिजर्व बैंकों द्वारा लगातार बढ़ती ब्याज दरों को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है, लेकिन ये भी उम्मीद जताई जा रही है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी पिछले बढ़त से कम होगी.

किस किस लोन पर पड़ेगा असर?
RBI अगर रेपो रेट में बदलाव करता है तो बैंकों को आरबीआई से पैसा मिलना महंगा हो जाता है, जिसका बोझ बैंकों द्वारा ग्राहकों को पास कर दिया जाता है.

रेपो रेट बढ़ने पर होम लोन, व्हीकल लोन, पर्सनल लोन समेत सभी तरह के लोन महंगे हो जाते है. अभी अगर होम लोन की बात की जाये तो ब्याज दर 8 प्रतिशत से ज्यादा है.    

RBI की नजर वैश्विक रिजर्व बैंक पर 
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया साल की पहली मॉनिटरी पॉलिसी की घोषणा 08 फरवरी को करेगा RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के सामने कई चुनौतियां है, वैश्विक स्तर पर लगातार रिजर्व बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बढ़त की जा रही है. जिसकी वजह से कहीं न कहीं RBI के ऊपर भी दबाब होगा. इसके साथ ही ग्लोबल बाजार में क्रूड ऑइल के रेट में लगातार उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है. साथ ही भारत में महंगाई अभी RBI के अनुसार काबू में है.

2022 में RBI ने लगातार 5 रेट बढ़ोतरी की थी
पिछले साल 2022 में RBI ने पूरे साल लगातार ब्याज दरों में वृद्धि की थी. कुल 2.25 प्रतिशत ब्याज दरों में बढ़ोतरी 2022 में देखने को मिली थी. ग्लोबल अनिश्चितताओं और रिजर्व बैंकों द्वारा लगातार ब्याज दरों में वृद्धि एक प्रमुख कारण बताया गया इसका 2022 में सिलसिलेवार तरीके से बढ़ाई गई ब्याज दरें.

समय पुराना रेपो रेट रेपो रेट में बदलाव नया रेपो रेट
मई 2022 4 प्रतिशत 0.40 प्रतिशत 4.40 प्रतिशत
जून 2022 4.40 प्रतिशत 0.50 प्रतिशत 4.90 प्रतिशत
अगस्त 2022 4.90 प्रतिशत 0.50 प्रतिशत 5.40 प्रतिशत
सितंबर 2022 5.40 प्रतिशत 0.50 प्रतिशत 5.90 प्रतिशत
दिसंबर 2022 5.90 प्रतिशत 0.35 प्रतिशत 6.25   प्रतिशत

अब अगर रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की बढ़त होती है, तो नया रेपो रेट 6.50 प्रतिशत हो जायेगा रेपो रेट वह रेट होता है. जिस रेट पर RBI बैंकों को लोन देता है.

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