UPS vs OPS: क्या है यूनिफाइड पेंशन स्कीम जिसे सरकारी कर्मचारियों के लिए किया गया लॉन्च? पुरानी और नई पेंशन से कितनी अलग

What is Unified Pension Scheme: केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम लॉन्च की है. इसके साथ ही यह बिल्कुल साफ हो गया है कि केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना यानी ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को पीछे छोड़ दिया है. इसकी जगह वह यूनिफाइड पेंशन स्कीम लाई है. अब केंद्रीय कर्मचारियों को यूनिफाइड पेंशन स्कीम या न्यू पेंशन स्कीम में से किसी एक को चुनने का विकल्प दिया जाएगा.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 24, 2024, 08:32 PM IST
  • केंद्र सरकार ने यूपीएस लॉन्च की
  • जानें क्या है यूनिफाइड पेंशन स्कीम
UPS vs OPS: क्या है यूनिफाइड पेंशन स्कीम जिसे सरकारी कर्मचारियों के लिए किया गया लॉन्च? पुरानी और नई पेंशन से कितनी अलग

नई दिल्लीः Unified Pension Scheme: केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम लॉन्च की है. इसके साथ ही यह बिल्कुल साफ हो गया है कि केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना यानी ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को पीछे छोड़ दिया है. इसकी जगह वह यूनिफाइड पेंशन स्कीम लाई है. अब केंद्रीय कर्मचारियों को यूनिफाइड पेंशन स्कीम या न्यू पेंशन स्कीम में से किसी एक को चुनने का विकल्प दिया जाएगा.

क्या है यूनिफाइड पेंशन स्कीम?

यूनिफाइड पेंशन स्कीम (Unified Pension Scheme - UPS) को 1 अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा. केंद्रीय कर्मचारियों को विकल्प दिया जाएगा कि वे न्यू पेंशन स्कीम (National Pension Scheme - NPS) में रहना चाहते हैं या यूनिफाइड पेंशन स्कीम को चुनना चाहते हैं. इसी प्रकार राज्यों की सरकारें भी यूनिफाइड पेंशन स्कीम के इस नए मॉड्यूल को अपनाने का निर्णय कर सकती हैं.

यूनिफाइड पेंशन स्कीम को लागू करने में 6250 करोड़ रुपये की लागत आएगी. साल 2004 से नई पेंशन योजना के तहत सेवानिवृत्त हुए सभी लोगों पर यूनिफाइड पेंशन स्कीम लागू होगी. 

बेसिक पे का 50 फीसदी मिलेगा

यूनिफाइड पेंशन स्कीम में तय पेंशन होगी. इसके तहत अगर किसी सरकारी कर्मचारी ने 25 साल तक नौकरी की है तो उसके आखिरी के 12 महीनों में जितना औसत बेसिक पे होगा, उसका 50 फीसदी पैसा दिया जाएगा. वहीं 10 साल बात कोई कर्मचारी अपनी सरकारी नौकरी छोड़ देता है तो उसे 10 हजार रुपये पेंशन दी जाएगी. अगर किसी पेंशनभोगी कर्मचारी की मौत हो जाती है उसके परिवार को पेंशन का 60 फीसदी हिस्सा मिलेगा.

वहीं महंगाई के हिसाब से कर्मचारियों की पेंशन में भी बढ़ोतरी होगी.  महंगाई राहत (Dearness Relief) में बढ़ोतरी अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर ही की जाएगी.

क्या थी ओल्ड पेंशन योजना?

पुरानी पेंशन योजना में सेवानिवृत्ति के बाद अंतिम वेतन की आधी रकम पेंशन के रूप में दी जाती थी. इसमें कर्मचारी की पेंशन आखिरी बेसिक सैलरी और महंगाई के आंकड़ों से तय होती थी. पुरानी पेंशन में 20 लाख रुपये तक की ग्रेच्युटी दी जाती थी और सेवानिवृत्त कर्माचारी की मौत होने पर उसके परिवार को पेंशन का पैसा दिया जाता है. इसमें कर्मचारी के वेतन से कोई भी कटौती किए बिना सरकार पूरी पेंशन कवर करती थी.

क्या है नई पेंशन योजना?

नई पेंशन योजना में कर्मचारियों के वेतन से 10 फीसदी कटौती की जाती है. पुरानी पेंशन योजना में जीपीएफ की सुविधा थी लेकिन नई पेंशन योजना में इस तरह की कोई सुविधा नहीं है. नई पेंशन योजना में यह तय नहीं है कि आपको रिटायरमेंट के समय कितनी राशि दी जाएगी. इसकी तुलना में यूनिफाइड पेंशन योजना में कर्मचारी को पता होगा कि उसके बेसिक पे का 50 फीसदी पैसा दिया जाएगा. नई पेंशन योनजा को 2004 से लागू किया गया था. नई पेंशन योजना शेयर बाजार पर आधारित है जिसमें एनपीएस में लगाए गए पैसे को शेयर मार्केट में लगाया जाता है. इसका नुकसान यह है कि बाजार में मंदी होने पर एनपीएस का रिटर्न कम हो सकता है जिससे कर्मचारी को नुकसान हो सकता है. 

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