मैं भारत हूं : शाहजहां ने कोहिनूर को मयूर सिंहासन में जड़वाया, इसे बनवाने में ताजमहल से चार गुना खर्च

कोहिनूर जड़ित तख्त पर पहली बार आसीन होने के लिए शाहजहां ने राज ज्योतिषियों से सलाह मशविरा कर 22 मार्च 1635 की तारीख मुकर्रर की. वो दिन ईद-उल-फितर के साथ नौरोज का भी था पर सब के बाद कोहिनूर का शापित कलंक ग्रह नक्षत्र के उत्तम योग की गणना पर भारी पड़ गया. उसी साल बीजापुर के राजा ने शाही फरमान को मानने से इंकार कर दिया और युद्ध की नौबत आ गई. देखिये 'मैं भारत हूं' में कहानी कोहिनूर की...

कोहिनूर जड़ित तख्त पर पहली बार आसीन होने के लिए शाहजहां ने राज ज्योतिषियों से सलाह मशविरा कर 22 मार्च 1635 की तारीख मुकर्रर की. वो दिन ईद-उल-फितर के साथ नौरोज का भी था पर सब के बाद कोहिनूर का शापित कलंक ग्रह नक्षत्र के उत्तम योग की गणना पर भारी पड़ गया. उसी साल बीजापुर के राजा ने शाही फरमान को मानने से इंकार कर दिया और युद्ध की नौबत आ गई. देखिये 'मैं भारत हूं' में कहानी कोहिनूर की...

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