आतंकिस्तान की बर्बादी का वक्त शुरू, आतंकी के आकाओं का आखिरी वक्त

अब पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने का वक्त आ गया है, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आतंक की फैक्टरी चला रहे पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए हमारी सेना और सरकार के पास क्या-क्या विकल्प है. 2016 में पठानकोट और उरी हमले के बाद सेना ने एलओसी में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था और पाकिस्तान की सरपरस्ती में चल रहे कई आतंकी कैंपों को नेस्तनाबूद कर दिया था, लेकिन इस बार उससे भी बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की मांग उठ रही है.ऐसी सर्जिकल स्ट्राइक की पाकिस्तान और उसके आतंक के गुर्गे थरथर कांपने लगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने भाषण में इसके संकेत दिए है.

अब पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने का वक्त आ गया है, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आतंक की फैक्टरी चला रहे पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए हमारी सेना और सरकार के पास क्या-क्या विकल्प है. 2016 में पठानकोट और उरी हमले के बाद सेना ने एलओसी में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था और पाकिस्तान की सरपरस्ती में चल रहे कई आतंकी कैंपों को नेस्तनाबूद कर दिया था, लेकिन इस बार उससे भी बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की मांग उठ रही है.ऐसी सर्जिकल स्ट्राइक की पाकिस्तान और उसके आतंक के गुर्गे थरथर कांपने लगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने भाषण में इसके संकेत दिए है.

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