1984 सिख दंगा मामले में दोषी सज्जन कुमार जाएंगे जेल

31 अक्टूबर 1984 को जब देश की पहली महिला प्रधानमंत्री को दो सिख बॉडीगार्ड्स ने भून दिया था, तब पूरा देश रोया था। लेकिन किसे मालूम था कि दो सिखों की खता की कीमत पूरे मुल्क के सिख जमात को उठानी पड़ेगी। एक नवंबर 1984 को दिल्ली समेत पूरे देश में सिखों के खिलाफ कत्लेआम शुरू हो गया। दिल्ली में सिखों के खिलाफ भीड़ की अगुवाई करने वालों में से एक, कांग्रेस नेता सज्जन कुमार भी थे। लोगों को आज भी याद है कि किस तरह से सज्जन के कहने पर भीड़ ने उनके अपनों को, उनकी आंखों के सामने मार डाला, काट डाला

  • Zee Media Bureau
  • Dec 31, 2018, 03:54 PM IST

31 अक्टूबर 1984 को जब देश की पहली महिला प्रधानमंत्री को दो सिख बॉडीगार्ड्स ने भून दिया था, तब पूरा देश रोया था। लेकिन किसे मालूम था कि दो सिखों की खता की कीमत पूरे मुल्क के सिख जमात को उठानी पड़ेगी। एक नवंबर 1984 को दिल्ली समेत पूरे देश में सिखों के खिलाफ कत्लेआम शुरू हो गया। दिल्ली में सिखों के खिलाफ भीड़ की अगुवाई करने वालों में से एक, कांग्रेस नेता सज्जन कुमार भी थे। लोगों को आज भी याद है कि किस तरह से सज्जन के कहने पर भीड़ ने उनके अपनों को, उनकी आंखों के सामने मार डाला, काट डाला