पश्चिम बंगाल में कब थमेगी हिंसा की राजनीति ?

पश्चिम बंगाल की राजनीति में ये ममता दीदी का खौफ ही था कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में बिना वोट डाले ही एक तिहाई से ज्यादा सीटों पर विजेता का फैसला हो गया और जहां लोगों ने वोट डालने की हिम्मत दिखाई वहां जमकर खून खराबा हुआ, लेकिन पश्चिम बंगाल की राजनीति के लिए ना मंगलवार को अमित शाह की रैली में हुई हिंसा नई थी. 

पश्चिम बंगाल की राजनीति में ये ममता दीदी का खौफ ही था कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में बिना वोट डाले ही एक तिहाई से ज्यादा सीटों पर विजेता का फैसला हो गया और जहां लोगों ने वोट डालने की हिम्मत दिखाई वहां जमकर खून खराबा हुआ, लेकिन पश्चिम बंगाल की राजनीति के लिए ना मंगलवार को अमित शाह की रैली में हुई हिंसा नई थी.

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