नई दिल्ली: जिस पाकिस्तानी आवाम को गुरबत और मुफलीसी की दरिया से निकालने का वादा कर इमरान खान सत्ता में आए थे. वहीं इमरान खान कोरोना के भंवर में फंसे पाकिस्तानी आवाम को उनके हाल पर छोड़ने का फैसला किया है. आवाम को कोरोना से बचाने के बजाए, न बचा पाने की मजबूरियां गिना रहे है. कोरोना 'युद्ध' में इमरान खान ने कट्टरमपंथियों के आगे सरेंडर कर दिया.


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आपको सबसे पहले बताते हैं की पाकिस्तान ने कोरोना पर क्या 10 बड़ी गलतियां की.


कोरोना पर पाकिस्तान की 10 बड़ी गलतियां


गलती नंबर 1- इमरान खान ने लॉकडाउन में देरी की
गलती नंबर 2- 22 मार्च को बड़े शहरों में लॉकडाउन, मस्जिद बंद नहीं की
गलती नंबर 3- मस्जिद बंद करने पर साफ निर्देश नहीं
गलती नंबर 4- अधिकारियों ने कोरोना पॉजिटिव के साथ सेल्फी ली 
गलती नंबर 5- लॉकडाउन का गंभीरता से पालन नहीं किया
गलती नंबर 6- 16 मार्च को पाक राष्ट्रपति आफिस अल्वी ने चीन का दौरा किया
गलती नंबर 7- इमरान के मंत्रियों ने कोरोना को गंभीरता से नहीं लिया
गलती नंबर 8- 21 मार्च को लाहौर में सुन्नी कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया
गलती नंबर 9- ईरान से लौटे शिया तीर्थयात्रियों का कोरोरा टेस्ट नहीं किया
गलती नंबर 10- क्वरंटाइन के लिए हज़ारों तीर्थयात्रियों को एक साथ रखा 


लाहौर में कैसे हुआ तबलीगी जमात का बड़ा जलसा?


पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लाहौर में 11 मार्च से 15 मार्च तक तब्लीगी जमात का बहुत ही बड़ा जलसा हुआ था. जिसमें करीब ढाई लाख लोगों ने हिस्सा लिया था.


पाकिस्तान के पंजाब प्रांत ने जमात को सम्मेलन नहीं करने की सलाह दी थी, क्योंकि बड़ी भीड़ के जुटने से कोरोना के फैलने का डर था लेकिन इसके बावजूद तबलीगी जमात का सालाना जलसा हुआ. अब जब पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है तब पाकिस्तान की सरकार ने लाहौर में जमात के जलसे से लौटे लोगों की जांच पड़ताल शुरु की है.


तबलीगी जमात के सामने इमरान का 'सरेंडर'


ट्यूनिशिया, कुवैत जैसे देश में पिछले कुछ दिनों में कोरोनावायरस के संक्रमण के कुछ मामलों के तार जमात के लाहौर सम्मेलन से ही जुड़े हुए बताए जा रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद इमरान खान पाकिस्तान को लॉकडाउन नहीं कर रहे हैं. लेकिन अब पाकिस्तान में ही इमरान खान के कोरोना से निपटने के तरीकों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. पाकिस्तानी मीडिया में हिंदुस्तान को लॉकडाउन किए जाने पर मोदी की तारीफ हो रही है.


पाकिस्तान में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल 25 से ज्यादा लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है. तबलीगी जमात की इसी बैठक में हिस्‍सा लेने के लिए दो लोग फलस्‍तीन से लाहौर पहुंचे थे. ये दोनों लोग  कोरोना से संक्रमित हो गए. पिछले दिनों मलेशिया में भी इसी तरह की  तबलीगी जमात की एक बैठक हुई थी.


पाकिस्तान अब वायरस फैलाने का भी गुनहगार


तबलीगी जमात के जलसे में हिस्‍सा लेने वाले  620 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोग दक्षिण पूर्व एशिया के 15 देशों के नागरिक हैं. पूरी दुनिया में आतंक फैलाने के लिए बदनाम पाकिस्तान अब वायरस फैलाने का भी गुनहगार बन रहा है.


इमरान खान ने अपने राष्ट्र के नाम संदेश में हिंदुस्तान के लॉकडाउन का जिक्र खास तौर पर किया था. इमरान खान ने कहा था की अगर हिंदुस्तान अगर लॉकडाउन खोलता है तो कोरोना फैलेगा और अगर नहीं खोलता है तो वहां लोग भूखे मरेंगे.


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तो हम इमरान खान को बताना चाहते हैं की ये पाकिस्तान नहीं है. यहां सरकार भी और लोग भी एक दूसरे की मदद कर रहे हैं और हमेशा से करते आए हैं. हिंदुस्तान में कोई भूखा नहीं मरेगा, शायद इमरान को परेशानी इस बात से ही रही है की पाकिस्तानी मीडिया में मोदी की तारीफ क्यों हो रही है.


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