नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण के घाव पर मरहम लगाती ये खबर बताती है कि अब शायद थम सकेगा कोरोना का कोहराम. इस खुशखबरी के मुताबिक़  कोरोना वायरस से संक्रमित पांच मरीजों का इलाज खून से किया गया है और ये खून भी बहुत ख़ास है क्योंकि ये खून उन मरीजों का था जो पहले कोरोना वायरस से संक्रमित रहे थे.


चीन से आया है ये उपचार भी


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यद्यपि चीनी वायरस के बाद अब चीन से कोई अच्छी खबर नहीं आती और जो भी खबर आती है उस पर दुनिया के लिए यकीन करना मुश्किल होता है. लेकिन खबर तो खबर है. इस खबर के अनुसार इलाज के इस तरीके को चीन के अस्पताल में अपनाया गया है. इस उपचार के द्वारा ठीक करके तीन मरीजों को अस्पताल से वापस भेज दिया गया है. अभी दो मरीज अस्पताल में है, लेकिन वे भी अब पहले से बहुत ज्यादा बेहतर हालत में हैं.  


इसे रक्त-उपचार बताया है डॉक्टर्स ने


चीन के डॉक्टर्स इसे रक्त उपचार कह कर सम्बोधित कर रहे हैं. इस इलाज को कामयाब करने वाले डॉक्टर का मानना है कि पुराने मरीजों के रक्त के माध्यम से कोरोना का ट्रीटमेंट किया जा सकता है. और इस तरीके से कोरोना के काफी ज्यादा मरीजों को ठीक किया जा सकता है. ये खबर चीनी मीडिया की सुर्खियां बनी है.  


शेनझेन थर्ड पीपल्स हॉस्पिटल में हुआ है इलाज


चीन के द शेनझेन थर्ड पीपुल्स हॉस्पिटल ने इस इलाज को कामयाबी से कर दिखाया है. इस सफल ट्रीटमेंट के इस विशेष तरीके की रिपोर्ट अस्पताल द्वारा 27 मार्च को प्रकाशित एक वेबसाइट पर प्रकाशित भी किया गया है. इस अस्पताल के प्रबंधन ने बताया कि इस पद्धति से जिन पांच मरीजों का उपचार पुराने कोरोना मरीजों के रक्त से किया गया था, उनकी आयु 36 से 73 साल के बीच थी.


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