जूलियन असांजे की मुश्किलें बढ़ीं, ब्रिटिश हाई कोर्ट ने अमेरिका प्रत्यर्पण को दी मंजूरी

जनवरी में एक निचली अदालत ने असांजे के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंता के कारण प्रत्यर्पित करने के अमेरिकी अनुरोध को ठुकरा दिया था.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 11, 2021, 11:30 AM IST
  • हाई कोर्ट ने पलटा निचली अदालत का फैसला
  • सुप्रीम कोर्ट जाने की कोशिश करेंगे असांजे
जूलियन असांजे की मुश्किलें बढ़ीं, ब्रिटिश हाई कोर्ट ने अमेरिका प्रत्यर्पण को दी मंजूरी

लंदन: विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे (Julian Assange) को जासूसी के आरोपों का सामना करने के लिए अमेरिका प्रत्यर्पित किया जा सकता है. इसका फैसला रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस (Royal Court of Justice) ने शुक्रवार को निचली अदालत के फैसले को बदलते हुए किया है.

युद्ध संबंधित हजारों दस्तावेज कर दिए थे लीक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक दशक पहले अफगानिस्तान और इराक युद्ध से संबंधित हजारों लीक सैन्य दस्तावेजों के विकीलीक्स के प्रकाशन के बाद राष्ट्रीय रक्षा जानकारी का खुलासा करने के आरोपों में 50 वर्षीय असांजे अमेरिका में वांछित हैं.

लंदन की उच्च सुरक्षा वाली जेल में हैं असांजे
असांजे को 2019 से दक्षिण लंदन की उच्च सुरक्षा वाली बेलमर्श जेल में रखा गया है. जनवरी में एक निचली अदालत ने असांजे के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंता के कारण प्रत्यर्पित करने के अमेरिकी अनुरोध को ठुकरा दिया था.

निचली अदालत ने विकीलीक्स के संस्थापक के मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए प्रत्यर्पण के अमेरिकी अनुरोध को खारिज कर दिया था. पचास वर्षीय असांजे 2010 और 2011 में हजारों गोपनीय सैन्य और राजनयिक दस्तावेजों के प्रकाशन के मामले में अमेरिका में वांछित हैं.

अमेरिकी वकीलों ने दी ये दलील
शुक्रवार को अपना फैसला सुनाते हुए, माल्डोन के लॉर्ड मुख्य न्यायाधीश लॉर्ड बर्नेट ने कहा, "यह जोखिम हमारे फैसले में उन आश्वासनों से अलग है, जो (अमेरिकी अधिकारियों द्वारा) पेश किए जाते हैं."
अमेरिका के वकीलों ने कहा कि असांजे को किसी भी जेल की सजा काटने के लिए अपने गृह देश ऑस्ट्रेलिया में स्थानांतरित करने की अनुमति दी जाएगी.

न्यायाधीशों ने आदेश दिया कि मामला वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में वापस होना चाहिए, ताकि एक जिला न्यायाधीश औपचारिक रूप से इसे ब्रिटिश गृह सचिव प्रीति पटेल को भेज सके, जो यूके में कानून प्रवर्तन की देखरेख करती हैं और असांजे को प्रत्यर्पित करने के बारे में अंतिम निर्णय लेंगी.

असांजे की साथी स्टेला मोरिस ने फैसले को बेकार बताते हुए कहा कि असांजे के वकील यूके के सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की कोशिश करेंगे.

यह भी पढ़िएः 'ओमिक्रॉन के खिलाफ कारगर है बूस्टर डोज, 75% तक मिलेगी सुरक्षा'

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़