नई दिल्ली. एक तरफ तो चीन भारत के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति की वार्ता में व्यस्त है दूसरी तरफ वह पेंगोंग झील क्षेत्र में सेना पीछे लेने के स्थान पर सेना बढ़ा रहा है. अब ऐसे में एलएसी पर डिसएंगेजमेंट की वार्ता किस लिए हो रही है - यह अपनेआप में बड़ा प्रश्न है.
ये है चीन की नई चाल
पिछली बार 14 जुलाई की बातचीत के बाद चीन ने वादा किया था कि वह मई वाली यथास्थिति बनाने के लिए कदम उठाएगा. किन्तु उसकी जगह चीन ने अतिरिक्त बोट और सेना की टुकड़ी को पैंगॉन्ग में तैनात कर दिया है. ये खुलासा हाल ही में प्राप्त सैटेलाइट छवियों से हुआ है कि पेंगोंग क्षेत्र चीनी सैनिकों से भरा हुआ है.
फिंगर 5 से 8 तक फ़ैल गए हैं चीनी
हाल ही में लिए गए सैटेलाइट इमेजेस ने ये बड़ा खुलासा किया है. इन इमेजेस में दिखा है कि पेंगोंग झील क्षेत्र में चीन ने सैनिकों की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात की है. यह विवादित क्षेत्र है यहां पर शान्तिवार्ता में किये वादे का उल्लंघन करके फिंगर 5 से फिंगर 8 तक चीनी सैनिक फैले हुए पाए गए हैं. यहां तक कि पेंगोंग झील में भी बोट तैनात की गई है.
अगली शान्ति-वार्ता में क्या बात होगी
लगातार अपने वादे तोड़ रहे चीन के साथ अगले दौर की कूटनीतिक शांतिवार्ता में क्या बात हो सकेगी जब चीन लगातार धोखेबाजी पर उतारू है. पैंगॉन्ग झील में चीन अपने नए कैंप बना रहा है और उसने विवादित फिंगर-5 से 8 तक यहां अपनी ताकत बढ़ाई है. अतिरिक्त सेना की टुकड़ियों की तैनाती के साथ ही पैंगॉन्ग झील में और भी बोट उतारी जा रही हैं. पर सैटेलाइट छवियों ने चीन की चाल का पर्दाफ़ाश कर दिया है.
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