कोरोना ने बदल दिया दुनिया का इतिहास! 10 खौफनाक मंजर
एक वायरस जिसने हर किसी को सहमा दिया है, डरा दिया है. इसी कोरोना ने दुनिया के इतिहास को बदल दिया. आपको वो 10 बदलाव के बारे में बताते हैं जिसे दुनिया ने पहले कभी नहीं देखा...
नई दिल्ली: पिछले चार महीनों में हमारी दुनिया एकदम बदल गई है. अब तक हज़ारों लोगों की जान जा चुकी है और लाखों लोग बीमार पड़े हुए हैं. इन सब पर एक नए कोरोना वायरस का क़हर टूटा है. कोरना वायरस ने दुनिया की तस्वीर बदल दी है.
विषैले वायरस ने बदल दी दुनिया
इसकी वजह से दुनिया में कई बड़े बदलाव हुए हैं. वायरस की दहशत की वजह से दुनिया में कई ऐसी चीजें हो रही हैं जो शायद पहले सोची तक नहीं गई थी. दुनिया के सैंक़ड़ों सालों से चल रहे धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के आने पर पांबंदी लगा दी गई है. कई देशों में पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है. जिसमें भारत के साथ साथ इटली फ्रांस और ब्रिटेन जैसे विकसित देश भी शामिल हैं.
आपको उन 10 बातों से रूबरू करवाते हैं जिसने वाकई दुनिया के इतिहास को पूरी तरह बदल कर रख दिया है.
एक वायरस ने बदल दिया दुनिया का इतिहास!
1). कोरोना से पहली बार: दुनिया में कई कब्रिस्तान हाउसफुल
अमेरिका में 14 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. न्यूयॉर्क के कब्रिस्तानों में तो शवों को दफनाने के लिए जगह तक नहीं बची है. दुनिया के कई ऐसे देश हैं जहां, कब्रिस्तान में शवों को दफनाने के लिए स्थान नहीं हैं.
2). कोरोना से पहली बार: मक्का, मदीना, यरुशलम, मंदिर बंद
कोरोना वायरस के असर से धार्मिक गतिविधियां बिल्कुल ठप हो गई हैं. लोगों को धार्मिक स्थलों पर जाकर इबादत करने की अनुमति नहीं है. कई धार्मिक स्थल जो इससे पहले कभी बंद नहीं हुए उसे बंद कर दिया गया है, मक्का, वैष्णो देवी और येरुशलम जैसे धार्मिक जगहों पर श्रद्धालुओं के आने पर पाबंदी है.
3). कोरोना से पहली बार: जानवर सड़कों पर, इंसान घरों में बंद
शायद किसी ने पहली बार ही ऐसा खौफनाक मंजर देखा होगा जब इंसान एक वायरस के डर से घर में बंद रहने को मजबूर हो चुका है. हर कोई बेबस है और सड़कों पर जानवर ही नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं रूस में तो ऐसा हुआ जिसपर किसी को यकीन कर पाना भी बेहद मुश्किल होगा. लोगों को घर के अंदर रखने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तो सड़कों पर शेर छोड़ दिए.
4). कोरोना से पहली बार: वायरस से दुनिया में सड़कों पर शव!
लैटिन अमेरिकी देश इक्वेडोर में तो हालात भायवह हो चुके हैं. यहां, सड़कों पर शव पड़े हुए हैं. ऐसा मंजर शायद ही पहले देखा गया होगा. अमेरिका अगर अपने इतिहास के सबसे मुश्किल दौर में से एक का सामना कर रहा है तो दुनिया के कई देशों में भी हालात वैसे ही हैं. इससे पहले इटली से भी ऐसे हालात की दास्तां सामने आ चुकी हैं.
5). कोरोना से पहली बार: रमजान के दौरान रहेंगी बंदिशें!
कोरोना ने इंसानों को सिर्फ घर में रहने के लिए ही नहीं बल्कि बेबस होने पर भी मजबूर कर दिया है. जिस तरह का कहर पूरी दुनिया में फैला हुआ है उससे ये समझना आसान हो जाता है कि रमजान के दौरान भी कई सारी बंदिशें देखने को मिल सकती हैं.
6). कोरोना से पहली बार: दुनिया में पेट्रोल की मांग पर सबसे बड़ी गिरावट
पूरी दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन का असर कई सारे उत्पादनों पर पड़ा है. अलग-अलग क्षेत्रों के बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली हैं. कोरोना के कहर से दुनिया में ऐसा पहली दफा देखा गया है कि पेट्रोल की मांग में बहुत बड़ी गिरावट आई है.
7). कोरोना से पहली बार: भारत में 66% कम हुई पेट्रोल की मांग
भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे में भारत में भी पेट्रोल की मांग में भारी कमी देखी जा रही है. आंकड़ों के अनुसार भारत में पेट्रोल की मांग में तकरीबन 66 फीसदी की कमी आई है.
8). कोरोना से पहली बार: भारत में विमान ईंधन की मांग में 90% गिरावट
जाहिर सी बात है, भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि रेलवे ने अपनी पूरी सेवा बंद कर दी है. घरेलू उड़ानों पर प्रतिबंध लगा हुआ है और पहली बार पूरे देश में लॉकडाउन जैसा बड़ा कदम उठाना पड़ा है. ऐसे में विमान ईंधन की मांग में 90 फीसदी गिरावट पहली बार आई है.
9). कोरोना से पहली बार: दुनिया में प्रदूषण स्तर में रिकॉर्ड गिरावट
इसे कोरोना का सबक कहें या फिर संकट के बीच की अच्छी खबर के तौर पर इसका परिचय दें. दुनिया में पहली बार प्रदूषण स्तर नें एकसाथ रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली है. वो कहते हैं न कि प्रकृति खुद को सुरक्षित करने का उपाय खुद ब खुद ढूंढ ही लेती है. अरबों-खरबों की राशि खर्च करके भी प्रदूषण पर इस कदर चोट नहीं कर पाया गया, लेकिन एक झटके में दुनिया में प्रदूषण हारने लगी. यहां तक की ओजोन की परत भी भरनी शुरू हो गई.
10). कोरोना से पहली बार: अमेरिका, चीन, यूरोप जैसे देशों की हालत पस्तन
दुनिया में पहली बार कई देशों में लॉकडाउन है. इनमें वो देश भी शामिल हैं जो विकास की पायदान पर विकसित देशों की श्रेणी में आते हैं. ब्रिटेन, इटली, फ्रांस और स्पेन में पूरी तरह से लॉकडाउन है और इसके साथ ही दुनिया के सुपर पावर देश अमेरिका की हालत किसी से छिपी नहीं है. चीन से ही इस खूंखार वायरस की शुरुआत हुई थी. तो वहीं यूरोप में इस कोरोना ने तांडव मचा रखा है.
करीब 4 महीने पहले किसी ने शायद ही ये सोचा होगा कि मानवता का एक ऐसा दुश्मन सामने आ जाएगा जिसकी काट किसी के पास नहीं होगी. ऐसा दुश्मव जिससे पूरी दुनिया आज जूझ रही है. कोरोना वायरस ने दुनिया को ऐसी तस्वीर दिखा दी है जिससे पहले कभी उसका वास्ता नहीं पड़ा था.
दुनिया में ये सारे काम भी इससे पहले कभी नहीं हुए
कोरोना वायरस के खौफ की वजह से दुनिया में पहली बार कई ऐसे काम हो रहे हैं, जो इससे पहले कभी नहीं हुए.
दुनिया के करीब 40 देशों में लॉकडाउन है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की जा रही है. माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. कई खेल प्रतियोगिताएं स्थगित, रद्द किये गए. ओलंपिक और IPL स्थगित किये गए जबकि विंबलडन रद्द किया गया. न्यूयॉर्क का प्रसिद्ध सेंट पैट्रिक डे परेड 258 साल में पहली बार स्थगित किया गया.
दुनिया में इससे पहले पहले भी दो बार विश्वयुद्ध हुए हैं उनमें लाखों लोगों की जानें भी गई हैं लेकिन एक वायरस से हजारों लोगों का मारा जाना और लाखों लोगों का संक्रमित होना ये पहली बार हुआ. पहली बार एक साझे मकसद के लिए पूरी दुनिया एकसाथ आई है और कोरोना वायरस के खिलाफ महायुद्ध लड़ रही है.
पहला विश्वयुद्ध, दूसरा विश्वयुद्ध और.. वायरस के खिलाफ महायुद्ध
पहले और दूसरे विश्वयुद्ध में पूरी दुनिया में लाखों लोग मारे गए थे. उस दौरान इंसानों की आपसी लड़ाई में जन धन की हानि हुई थी. लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है कि पूरी मानव जाति एकसाथ एक युद्ध लड़ रही है और वो भी उस अदृश्य ताकत के खिलाफ जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा दी है. ये पूरी मानव जाति के खिलाफ महायुद्ध है जिसमें जीत के लिए पूरी दुनिया जूझ रही है.
इसे भी पढ़ें: कोरोना से पाकिस्तान में तख्तापलट का खतरा! ...जाने वाली है इमरान की कुर्सी
कोरोना का कहर कब तक जारी रहेगा ये कहना मुश्किल है. लेकिन, जब दुनिया इस गंभीर बीमारी से जीत हासिल कर लेगी तब एक बार फिर से दुनिया का रूप बदल जाएगा और वो दुनिया हमारी पहले वाली दुनिया से अलग होगी.
इसे भी पढ़ें: कोरोना 'काल' में विश्व का नेतृत्व कर रहे हैं वर्ल्ड लीडर मोदी
इसे भी पढ़ें: अब रूस का अस्पताल दुनिया के लिये प्रेरणा