नई दिल्ली: कश्मीर में जनवरी से अब तक हमारे 80 आतंकी मारे गए, इस बात की गवाही खुद आतंक का आका दे रहा है. हिन्दुस्तानी सुरक्षाबलों की गोली सीमा पर रियाज़ नायकू जैसे आतंकियों को जहन्नुम भेज रही है. दर्द सीमा पार बैठे आतंकवादियों के आकाओं को हो रहा है.


नायकू के ख़ात्में से सदमे में है आतंक का आका सलाहुद्दीन


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आतंकी संगठन हिज्बुल के चीफ सैयद सलाहुद्दीन ने कहा है कि "इसमें शक नहीं कि हमको बहुत दिली सदमा हुआ, लेकिन दोस्तों-बुजुर्गों ये शहादतों का सिलसिला पहले दिन से चला आ रहा है. सिर्फ जनवरी 2020 से आज तक इसी मुज्जाहिदीन के 80 शहादत कर चुके हैं."


आतंकियों के आका का एक कबूलनामा आपको ज़रूर सुनना चाहिए...



हिन्दुस्तानी सेना की गोली से दहशत में है सलाहुद्दीन


सैयद सलाहुद्दीन आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन का चीफ है, जो सदमे में है. क्योंकि हिंद की सेना सलाहुद्दीन के पाले गए किसी आतंकी पर कोई रहम नहीं दिखा रही है. वो खुद ही कह रहा है कि जनवरी 2020 से अब तक हिन्दुस्तानी फौज ने उसके 80 आतंकियों को जहन्नुम पहुंचा दिया है और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के टॉप कमांडर रियाज नायकू के मारे गिराए जाने के बाद ग्लोबल टेररिस्ट हिज्बुल चीफ सैयद सलाउद्दीन की कमर टूट चुकी है.


उसे हर पल भारतीय फौज का डर सता रहा है, वो हिन्दुस्तान की सेना के दहशत में है. इसी लिए सैयद सलाहुद्दीन ने इस बात को कबूल किया है कि भारतीय सेना का पलड़ा भारी है और कहा, "मुजाहिद्दीन ने हाल ही में हंदवाड़ा, राजवार की कार्रवाई में दुश्मन की कमर तोड़ दी है, लेकिन गुरुरियत ये है कि इस वक्त भारतीय सेना का पलड़ा भारी है. हमारी कमजोरी की वजह से."


हिंद की सेना के एक्शन से दहशत में आतंकी सलाहुद्दीन


आतंकी सैयद सलाहुद्दीन को अपनी औकात याद आ चुकी है. इसलिए वो पीओके में डर कर बिल में छिपा बैठा है. क्योंकि सलाहुद्दीन जानता है कि बिल से निकला तो हिन्दुस्तानी वीरों की बंदूक में गोली उसके नाम की भी है.


PoK में घुसकर होगा आतंकी सलाहुद्दीन का 'THE END'


ग्लोबल टेररिस्ट सैयद सलाहुद्दीन का खात्मा ज़रूरी क्यों है. आप ये समझिए, हम आपको सलाहुद्दीन के पाप गिना देते हैं...


मार्च 2019 में जम्मू में बस धमाका हुआ. जम्मू में बस स्टैंड पर खड़ी बस पर ग्रेनेड से हमला किया गया. हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 32 लोग घायल हुए थे, ये सलाहुद्दीन का पाप था.


जनवरी 2016 में पठानकोट हमले में भी सलाहुद्दीन का हाथ था. पठानकोट एयरबेस आतंकी हमले में उसकी अहम भूमिका थी. आतंकी संगठन यूनाइटेड जिहाद काउंसिल ने हमला किया था.


अप्रैल 2014 में जम्मू-कश्मीर में बम ब्लास्ट हुआ था. बम धमाकों में 17 लोग घायल हुए थे. हिज़्बुल मुजाहिद्दीन ने हमले की ज़िम्मेदारी ली और हिज़्बुल का मतलब सलाहुद्दीन है.


श्रीनगर में मार्च 2013 में आतंकी हमला हुआ था. ये भी सलाहुद्दीन का ही पाप था. CRPF पर हुए हमले में 5 जवान शहीद हुए थे. हमले के दौरान 2 आतंकी ढेर कर दिए गए थे लेकिन 10 नागरिक घायल हो गए थे. आतंकी संगठन हिज़्बुल ने हमले की ज़िम्मेदारी ली थी.


उरी में अटैक किया, तो PoK में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक


सैयद सलाहुद्दीन हिंदुस्तान की सेना का पराक्रमी अवतार देखकर डर गया है. क्योंकि उसने 2016 में उरी अटैक के बाद अपनी तबाही अपनी आंखों से देखी है. आतंकिस्तान ने उरी में अटैक किया, तो जवाब में सेना PoK में घुसी, सर्जिकल स्ट्राइक किया और 30-35 आतंकियों को जहन्नुम पहुंचा दिया.


पुलवामा आतंकी हमले के बाद बालाकोट में एयर स्ट्राइक


सलाहुद्दीन को याद कराना ज़रूरी है कि न्यू इंडिया, मातम नहीं मनाता बदला लेता है. 14 फरवरी 2019 को जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में हमला किया, तो 13 दिन बाद भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर दी. बम बरसाकर 250-300 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया.


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रियाज़ नायकू ने देश के ख़िलाफ़ बंदूंक उठाई, तो उसका अंजाम देखकर सारे आतंकी आज कांप रहे हैं. क्योंकि वो बेहतर तरह से जानता है कि ये नया हिंदुस्तान है ये घर में घुसेगा भी और मारेगा भी.


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