नई दिल्ली: माना जा रहा था कि चीन के बाद कोरोना के सबसे ज्यादा मामले ताइवान में ही होंगे. लेकिन चीन में जहां 80 हजार से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं वहीं ताइवान ने इसे सिर्फ 60 से भी कम मामलों पर ही रोक रखा है. तो बडा सवाल ये है कि ताइवान ने इसे मुमकिन कैसे किया?


चीन के पड़ोसी ने कोरोना का 'चक्रव्यूह' तोड़ दिया


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ताइवान ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए क्या कदम उठाए? बांकि देशों के मुकाबले ताइवान ने बहुत जल्दी ही मामले की गंभीरता को पहचान लिया था, साल 2003 में सार्स महामारी के बाद ताइवान ने नेशनल हेल्थ कमांड सेंटर की स्थापना की थी.


ताइवान ने कोरोना का 'हरा' दिया


ताइवान ने मामले की गंभीरता को पहचाना, शुरुआती दिनों में ही प्रभावित देशों के लिए ट्रेवल बैन लगाया और सर्जिकल मास्क के निर्यात पर रोक लगा दी. चीन में जैसे ही कोरोना पीड़ितों के मामले बढ़ने लगे ताइवान ने नागरिकों के चीन, हांगकांग और मकाउ जाने पर बैन लगा दिया. सरकार ने सर्जिकल मास्क के निर्यात पर भी रोक लगा दी ताकि देश में इसकी कमी ना हो सके.


कोरोना को कैसे दी ताइवान ने मात?


वायरस पर नियंत्रण के लिए सेना से छिड़काव करवाया, स्कूलों में सभी के लिए मास्क पहनना ज़रूरी बनाया. साथ ही ट्रैवल हिस्ट्री की मदद से संभावित मरीज़ों का पता लगाया. सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई और आदेश ना मानने पर भारी जुर्माना लगाया. क्वारंटाइन से जुड़े आदेशों के उल्लंघन पर 25 लाख रुपये तक का जुर्माना भी लगाया गया. सामूहिक समारोहों और धार्मिक सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया और सभी स्कूलों में छुट्टियां बढ़ा दी गईं.


सरकार ने अपने संसाधनों का बेहतरनी इस्तेमाल किया, सरकार ने नेशनल हेल्थ इंश्योरेंश, इमिग्रेशन और कस्टम का डेटा इकट्ठा किया, लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री को इससे जोड़कर मेडिकल अधिकारी पता लगा पाए कि किन लोगों को संक्रमण हो सकता है, उसके हिसाब से कदम उठाए गए.


गर्भवती महिलाओं से उसके बच्चों में नहीं फैलता संक्रमण


इस बीत चीन में कोरोना पीड़ित गर्भवती महिलाओं के रिसर्च में किया गया दावा. 4 कोरोना वायरस से पीड़ित महिलाओं के बच्चों में वायरस नहीं मिला. 3 बच्चों के गले से लिए गए सैंपल में वायरस नहीं मिला. जर्नल फ्रंटियर्स इन पीडियाट्रिक्स में प्रकाशित शोध के मुताबिक 4 बच्चे और उनकी मां स्वस्थ्य है. साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि नवजातों को संक्रमण से बचाने के लिए सिजेरियन डिलीवरी बेहतर विकल्प है.


इसे भी पढ़ें: कोरोना पर 10 Breaking News: जानिए, इस महामारी से कैसे लड़ें?


कुछ भी हो, लेकिन चीन से फैली महामारी कोरोना पर उसके पड़ोसी देश ताइवान ने जैसे शिकंजा कसा है. वो वाकई तारीफ के काबिल है.  ताइवान में कोरोना संक्रमण के सिर्फ 59 मामले ही सामने आए हैं. अभी तक कोरोना की वजह से एक मौत हुई है.


इसे भी पढ़ें: चीन ने कोरोना पर दुनिया से छिपाया इतना बड़ा सच, मीडिया ने किया बड़ा खुलासा



इसे भी पढ़ें: Corona Virus: दक्षिण कोरिया में एक व्यक्ति की वजह से 4800 लोग संक्रमित