नई दिल्ली: भारत में कोरोना के मरीज धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं. सावधानी अपनाकर इसे रोका जा सकता है. लेकिन भारत में कुछ लोगों में कोरोना को लेकर डर और लापरवाही इस कदर है कि वो हजारों लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं. वो जांच और आइसोलेशन सेंटर जाने से घबरा रहे हैं.
दक्षिण कोरिया में दिल दहला देने वाला कारनामा
ऐसे लोगों की बात करें उससे पहले आपको दक्षिण कोरिया में कोरोना फैलने की सच्ची कहानी बताते हैं. दक्षिण कोरिया सरकार के मुताबिक एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के सभी लक्षण थे. इसके बावजूद वो अस्पताल में भर्ती होने की बजाय लोगों के बीच घूमता रहा. उस एक व्यक्ति की वजह से 4800 लोग संक्रमित हो गए. इसके संपर्क में आए 29 लोगों की बाद में जान चली गई. उस मरीज को इलाज के लिए 31 नंबर बेड पर भर्ती कराया गया. जिससे उसकी पहचान 'मरीज नंबर 31' की बन गई. उसकी वजह से इतने लोगों की जान जाने पर उसके ख़िलाफ़ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया.
हनीमून मनाकर इटली से लौटा था दंपति
भारत में भी ऐसे लोग हैं जो कोरोना के लक्षण होने के बावजूद इलाज से भाग रहे हैं. एक नविवाहित दंपति हनीमून मनाकर इटली से बैंगलुरू लौटा था. जांच के बाद पति को कोरोना का संक्रमण पाया गया. उसे आइसोलेशन सेंटर में रखा गया. पत्नी को भी आइसोलेशन सेंटर में रहने को कहा गया लेकिन पत्नी चकमा देकर निकल गई. बाद में पता चला कि वो आगरा में अपने पिता के घर चली गई है.
आरोप है कि जब जांच टीम आगरा में उसके घर पहुंची तो लड़की के घरवालों ने गुमराह करते हुए कहा कि बेटी दिल्ली के रास्ते बैंगलुरू वापस चली गई. जबकि, बेटी घर में ही मौजूद थी. अब आगरा पुलिस ने लड़की और उसके परिवार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
आइसोलेशन से भागने वालों पर होगी कार्रवाई
जो लोग आइसोलेशन से भाग रहे हैं वो कानून का उल्लंघन कर रहे हैं. अगर कोई क्वेरेंटाइन से भागता है तो 270 के तहत 6 महीने की सजा होगी. फिर 336, 269 में भी सजा होगी क्योंकि वो शख्स डिजीज फैला रहा है, कोर्ट में मान लेगी कि वो फैला रहा था.
मजाक का मौका बन गई है महामारी
डॉक्टर्स के मुताबिक आइसोलेशन से भागना नहीं चाहिए नहीं तो कोरोना का संक्रमण बड़े पैमाने पर फैल सकता है. देश में सरकार कोरोना से जूझने में लगी है. वहीं कुछ लोगों के लिए ये महामारी मजाक का मौका बन गई है. ओड़िशा के रायगढ़ में पुलिस ने एक युवक कोरोना की अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया. युवक ने अपने फेसबुक अकाउंट पर अफवाह फैलाई थी कि केरल से एक कोरोना पीड़ित ओड़िशा पहुंचा है.
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वहीं कुछ लोग कोरोना बीमारी में भी मुनाफाखोरी के चलते लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. महाराष्ट्र के पुणे में पुलिस ने छापा मारकर फर्जी सैनेटाइजर कंपनी पकड़ी है. पुलिस ने बड़ी मात्रा में नकली सैनेटाइजर जब्त किया. नकली सैनेटाइजर को नामी कंपनियों का लेबल लगाकर बाहर बेच रहे थे.
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